Knowledge Story: अरे इनकी तो पक्की दोस्ती है! फिर क्यों चीन की वीजा-फ्री कंट्रीज की लिस्ट से बाहर है पाकिस्तान? ये है भारत का स्टेटस
China Visa Policy: चीन ने अपनी वीजा-फ्री एंट्री लिस्ट से पाकिस्तान को बाहर रखा है. साथ ही केवल 6 एशियाई देश ही वीजा-फ्री एंट्री ले सकते हैं. वहीं, यूरोप के 40 और अमेरिका के 6 देश चीन की वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी का फायदा ले सकते हैं.
Why Pakistan Out Of China Visa-Free Countries List: यूं तो पाकिस्तान से अच्छी दोस्ती के दावे करता है चीन, लेकिन यह जानकर आप भी हैरान रह जाएंगे कि चीन की वीजा-प्री देशों के लिस्ट में उसके मित्र देश का ही नाम शामिल नहीं है. भारत के पड़ोसी देश चीन ने अपनी वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी में छूट दी है, जिसके तहत अब टूरिस्ट यहां 10 दिनों तक ठहर कर सैर-सपाटा या अपना जरूरी काम कर सकते हैं. इतना ही नहीं चीन ने पाकिस्तान को तो इस लिस्ट से बाहर किया ही है. वहीं, एशिया के महज 6 मुल्कों को ही वीजा-फ्री एंट्री की मंजूरी दी है. पढ़िए पूरी रिपोर्ट...
जिगरी दोस्त है वीजा-फ्री एंट्री लिस्ट से बाहर
चीन की एजेंसी नेशनल इमीग्रेशन एडमिनिस्ट्रेशन (NIA) ने 54 देशों के लिए वीजा-फ्री एंट्री की घोषणा की है. इन देशों के नागरिकों को 10 दिनों (240 घंटे) तक चीन में रहने की परमिशन है. पहले ये लिमिट महज 3 ही दिन (72 घंटे) के लिए ही थी. आपको ये जानकर बेहद हैरानी होगी कि 54 देशों की इस लिस्ट में चीन ने अपने जिगरी यार पाकिस्तान को बाहर रखा है. एशिया के केवल 6 मुल्कों का नाम ही इस लिस्ट में शामिल है, जिसमें पाकिस्तान का नाम नहीं है.
चीन की वीजा फ्री ट्रांजिट पॉलिसी में छूट
चीन के स्टेट काउंसिल की रिपोर्ट के मुताबिक चीन ने अपनी वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी में छूट दी है, जिसके तहत 54 देशों के सिटीजन्स 54 प्रांतों के 60 ओपन पोर्ट्स के माध्यम से बिना वीजा के चीन में एंट्री ले सकते हैं, वे इन एरिया में 27 की बजाय अब 240 घंटों के लिए स्टे कर सकते हैं. पहले केवल 39 ओपन पोर्ट्स के जरिए चीन में एंट्री ली जा सकती थी, लेकिन अब 21 पोर्ट्स और शामिल किए गए हैं. इस रिपोर्ट के मुताबिक इस लिस्ट में यूएस, ब्रिटेन, कनाडा, रूस और ब्राजील जैसे देशों को जगह मिली है.
चीन ने क्यों दी वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी में छूट?
रिपोर्ट के मुताबिक वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी में छूट देने का फैसला चीन ने अपने पर्यावरण को बढ़ावा देने के मकसद से लिया है. जानकारी के मुताबिक कोविड-19 पेंडेमिक के तहत लगी पाबंदियों के बाद चीन ने लास्ट ईयर से ही से अपनी बॉर्डर्स खोलनी शुरू की है. चीनी के विदेश मंत्रालय ने नवंबर में अपनी वीजा-फ्री एंट्री पॉलिसी में 38 देश को जगह दी थी.
केवल 6 एशियाई देशों को मिलेगी वीजा-फ्री एंट्री
चीन की वीजा-फ्री देशों में एशिया के 6 देशों के नागरिकों को यहां फ्री एंट्री का फायदा मिलेगा, जिसके रिपब्लिक ऑफ कोरिया, जापान, सिंगापुर, ब्रूनेई, संयुक्त अरब अमीरात और कतर देशों के नाम शामिल है.
ये है भारत का स्टेटस
लिस्ट में पाकिस्तान का नाम नहीं है. पाकिस्तान के साथ-साथ भारत और बांग्लादेश का नाम भी इस लिस्ट में शामिल नहीं है.
लिस्ट में अमेरिका-यूरोप के इन देशों के हैं नाम
चीन की वीजा-फ्री एंट्री के देशों की लिस्ट में अमेरिका के 6 देश संयुक्त राज्य अमेरिका, कनाडा, ब्राजील, मेक्सिको, अर्जेंटीना और चिली का नाम शामिल है. वहीं, 40 यूरोपीय देशों में बेल्जियम, चेक गणराज्य, डेनमार्क, ऑस्ट्रिया, जर्मनी, ग्रीस, यूके, हंगरी, इटली, यूक्रेन और रूस का भी नाम है.
रिपोर्ट के मुताबिक इस पॉलिसी का फायदा लेने के लिए आपके पास 3 महीनों की वैलिडिटी के साथ इंटरनेशनल ट्रेवल डॉक्यूमेंट होना जरूरी है. इसके साथ ही आपको यह भी बताना होगा कि आप किस देश में और किस वजह से जा रहे हैं. चीन की वीजा-फ्री ट्रांजिट पॉलिसी के तहत आप किसी तीसरे देश में जाने के लिए चीन में 10 दिनों तक रह सकते हैं.