City Montessori School: स्कूल हम सभी के जीवन का एक अहम हिस्सा होता है. हम अपने जीवन के कई साल वहां बिताते हैं. आज हम जो कुछ भी है, उसमें हमारे स्कूल, वहां सीखी चीजों का बहुत बड़ा रोल है. हम मां-बाप का सपना भी होता है कि उनका बच्चा शहर के सबसे अच्छे स्कूल में पढ़े, जहां उसे अच्छी शिक्षा के साथ हर तरह की सुविधाएं मिल सके. ऐसे में आप सब अपने शहर के सबसे बड़े स्कूल के बारे में जरूर जानते होंगे. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि पूरी दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल कौन सा है और वह कहां है? अगर नहीं, तो बता दें कि दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल हमारे देश भारत में ही है और दुनिया का सबसे बड़ा स्कूल होने के कारण इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड में भी दर्ज है.


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दरअसल, हम बात कर रहे हैं सिटी मोंटेसरी स्कूल, लखनऊ (City Montessori School, Lucknow) की. यह भारत में स्थित एक को-एजुकेशन इंग्लिश मीडियम प्राइवेट स्कूल है. इसकी स्थापना 1959 में डॉ. भार्गवी देवी और डॉ. जगदीश गांधी ने की थी. सिटी मोंटेसरी स्कूल (CMS) दुनिया का सबसे बड़ा विद्यालय है, जिसमें 55,000 से अधिक छात्र और 4,500 कर्मचारी हैं.


सिटी मोंटेसरी स्कूल शिक्षा पद्धति पर आधारित है, जो बच्चों को स्वतंत्र रूप से सीखने और विकसित होने के लिए प्रोत्साहित करता है. इस स्कूल ने अपने सिलेबस में साइंस, मैथ्स, इंग्लिश, हिंदी, सोशल साइंस और आर्ट को शामिल किया है. सीएमएस स्पोर्ट्स, संगीत और नाटक सहित विभिन्न को करिकुलर एक्टिविटी की भी पेशकश करता है. 


सीएमएस को शिक्षा के क्षेत्र में अपनी उत्कृष्टता के लिए कई पुरस्कार मिले हैं. 1993 में, इसे संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक और सांस्कृतिक संगठन (UNESCO) से शिक्षा के लिए पांचवां इंदिरा गांधी पुरस्कार मिला था. फिस साल 2002 में, इसे गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स द्वारा दुनिया के सबसे बड़े विद्यालय के रूप में मान्यता दी गई थी. 


सीएमएस भारत और विदेशों में अपने पूर्व छात्रों के साथ एक मजबूत नेटवर्क बनाए हुए है. इसके पूर्व छात्रों ने विभिन्न क्षेत्रों में सफलता हासिल की है, जिसमें शिक्षा, व्यवसाय, सरकार और मनोरंजन शामिल हैं.