IES Topper: अनुराग गौतम का नाम देश भर में सुर्खियों में हैं. उन्होंने यूपीएससी की इंडियन इकोनॉमिक सर्विस में ऑल इंडिया रैंक- 1 हासिल करके कमाल कर दिया. चलिए जानते हैं बिहार के एक छोटे से गांव से आने वाले अनुराग के इस परीक्षा में टॉप करने तक का कैसा रहा सफर...
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IES Topper Anurag Gautam Success Story: मधुबनी जिले के सिमरी गांव के रहने वाले अनुराग गौतम ने UPSC की IES (Indian Economic Service) परीक्षा में ऑल इंडिया रैंक-1 हासिल कर इतिहास रच दिया है. उनके इस अभूतपूर्व सफलता से न केवल उनका परिवार, बल्कि पूरे बिहार गौरवान्वित हुआ है. अनुराग ने यह अचीवमेंट अपने दूसरे प्रयास में हासिल की है. पहले प्रयास में असफलता मिलने के बाद भी उन्होंने हार नहीं मानी और अपने जुनून और मेहनत से सफलता की इबारत लिखी. चलिए जानते हैं कैसी रही सफलता हासिल करने की उनकी यह जर्नी...
शुरुआती पढ़ाई और परिवार का सपोर्ट
अनुराग का बचपन बोकारो में बीता, जहां उनके पिता अनुपम कुमार बोकारो स्टील प्लांट में अधिकारी हैं. उनकी मां संगीता देवी एक गृहिणी हैं. अनुराग की शुरुआती शिक्षा भी बोकारो में ही हुई. अनुराग डीपीएस बोकारो के पूर्व छात्र हैं. डीपीएस बोकारो के 2011-12 बैच के पूर्व छात्र अनुराग ने 11वीं में पीसीएम को चुना. इसके बाद उन्होंने आईआईटी में सट पक्की की. स्कूल के दिनों से ही उन्हें तबला और गिटार बजाने में रुचि रही है. उनके परिवार ने हमेशा उन्हें शिक्षा के लिए प्रेरित किया और हर कदम पर उनका पूरा साथ दिया, जिसका नतीजा ये रहा कि आज उन्होंने न केवल परिवार का, बल्कि गांव के साथ-साथ अपने राज्य का नाम रौशन किया है.
IIT खड़गपुर से मिली मजबूती
अपनी स्कूली पढ़ाई के बाद अनुराग ने आईआईटी खड़गपुर से अर्थशास्त्र में एमएससी की डिग्री हासिल की. वहां उन्होंने अपनी शिक्षा को नए आयाम दिए और आर्थिक विषयों में गहरी पकड़ बनाई. अनुराग गौतम की यह तैयारी और IIT की मजबूत नींव ने यूपीएससी की इंडियन इकोनॉमिक सर्विस परीक्षा में उनकी सफलता की राह उनकी आसान की.
युवाओं के लिए प्रेरणा बने अनुराग
अनुराग गौतम की सफलता उन युवाओं के लिए एक बड़ी मिसाल है, जो इस राह पर चल पड़े हैं. अनुराग ने साबित किया कि अगर आप असफलता से सीखते हुए मेहनत जारी रखते हैं, तो सफलता निश्चित है. मधुबनी और आसपास के क्षेत्रों में उनकी इस उपलब्धि को लेकर खुशी का माहौल है. परिवार, दोस्तों और रिश्तेदारों से लेकर पूरा बिहार उन्हें बधाई दे रहा है.
UPSC IES की कठिन चयन प्रक्रिया
इस साल UPSC ने IES और ISS के लिए फाइनल रिजल्ट जारी किया, जिसमें 18 पद IES के लिए हैं. परीक्षा का आयोजन 21 से 23 जून 2024 के बीच हुआ और पर्सनैलिटी टेस्ट दिसंबर में लिया गया. अनुराग की यह उपलब्धि इस बात का प्रतीक है कि कठिन परीक्षाएं भी दृढ़ता और लगन से पार की जा सकती हैं.