Govt Schools: क्या है बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस,कैसे और किसे मिलेगा फायदा?
Govt Schools Of Delhi: मुख्यमंत्री केजरीवाल ने कहा कि पिछले एक साल में शहर में कई सरकारी स्कूलों का उद्घाटन किया गया है, जहां 1 से 1.5 लाख छात्र पढ़ते हैं. इस गति से हम दिल्ली में शैक्षिक बुनियादी ढांचे का विस्तार कर रहे हैं और कई नए स्कूल खोले जा रहे हैं.
BR Ambedkar School of Specialized Excellence: दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार, 6 फरवरी 2024 को पश्चिम विहार में डॉ. बीआर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस (ASoSE) भवन का उद्घाटन किया. इस दौरान CM केजरीवाल ने इस स्कूल को देश के बेस्ट स्कूलों में से एक बताया. इस तीन मंजिला इमारत ने 1957 में निर्मित एक पुरानी संरचना की जगह ले ली, जहां 1,200 बच्चों को दाखिला दिया जाएगा. इस दौरान उन्होंने कहा कि हम दिल्ली में हर बच्चे को सर्वोत्तम संभव शिक्षा प्रदान करने का प्रयास करते हैं, चाहे वह अमीर या गरीब परिवार से हो.
शिक्षा मंत्री आतिशी ने कहा कि मां बाप दिल पर पत्थर रख कर अपने बच्चे का एडमिशन सरकारी स्कूल में कराते हैं. क्योंकि आज के समय में हर मां-बाप यही चाहते है कि उनका बच्चा प्राइवेट स्कूल में पढ़े, लेकिन इस सोच को बदलने का काम दिल्ली में केजरीवाल सरकार ने किया है. आज दिल्ली में लोग सरकारी स्कूल में अपने बच्चों को खुशी-खुशी भेजते हैं, क्योंकि दिल्ली के सरकारी स्कूल प्राइवेट स्कूलों को टक्कर दे रहे हैं.
सीएम केजरीवाल ने कहा, "2015 में सत्ता संभालने के बाद से हमने दिल्ली का शिक्षा बजट 2014 के 5,000 करोड़ रुपये से दोगुना कर 10,000 करोड़ रुपये कर दिया है. जहां भी सरकारी स्कूल की इमारतें ढह रही हैं, वहां नई संरचनाएं बनाई जा रही हैं. इसके कारण शिक्षकों और छात्रों में आत्मविश्वास आ रहा है और उत्कृष्ट शिक्षा समग्र रूप से प्रचलित हो रही है."
बच्चों में बढ़ा आत्मविश्वास: सीएम
सीएम केजरीवाल ने कहा कि पहले सरकारी स्कूल "टिन की छत और टेंटवाले" थे, जबकि निजी स्कूल के छात्रों के पास उत्कृष्ट बुनियादी ढांचा, शिक्षा और परिणाम थे. उन्होंने कहा, "सरकारी स्कूल के छात्रों में अब आत्मसम्मान बढ़ा गया है. वे अब धाराप्रवाह अंग्रेजी बोलते हैं. वे एनईईटी, आईआईटी और अन्य प्रतिष्ठित प्रवेश परीक्षाएं पास कर रहे हैं. अब वे गर्व से कहते हैं कि वे सरकारी स्कूलों में पढ़ रहे हैं." उन्होंने दावा किया कि दिल्ली सरकार दिल्लीवासियों की शिक्षा और स्वास्थ्य पर कुल बजट का 40 फीसदी खर्च करती है, इसलिए उत्कृष्ट स्कूल, अस्पताल और मोहल्ला क्लीनिक बनाए जा रहे हैं.
वहीं, शिक्षा मंत्री आतिशी ने बताया कि केवल 9 वर्षों में केजरीवाल सरकार ने दिल्ली सरकार के स्कूलों में 20,000+ कमरों का निर्माण किया है. शिक्षा मंत्री ने कहा, "मुझे विश्वास है कि जल्द ही हम डीयू जैसे प्रमुख विश्वविद्यालयों की सिलेक्शन लिस्ट में इन स्कूलों के छात्रों के नाम देखेंगे."
जानिए किसे और कैसे मिलेगा फायदा?
डॉ. बी आर अंबेडकर स्कूल ऑफ स्पेशलाइज्ड एक्सीलेंस कहलाने वाला यह सरकारी स्कूल टोटल 3.6 एकड़ के एरिया में तैयार किया गया है.
इस स्कूल में 9वीं से लेकर 12वीं तक के 1,200 स्टूडेंट्स को निजी स्कूलों के तर्ज पर बेहतर शिक्षा प्रदान की जाएगी.
इन सरकारी स्कूलों में साइंस और ह्यूमैनिटीज्म की पढ़ाई कराई जाती है.
इसके साथ ही 21वीं सदी के लिए जरूरी हर क्षेत्र के अनुसार छात्रों में स्किल विकसित करने की भी विशेष ट्रेनिंग दी जाएगी.
इंजीनियरिंग की प्रतियोगी परीक्षाओं और अन्य महत्वपूर्ण परीक्षाओं के लिए भी इस सरकारी स्कूल में छात्रों को तैयार किया जाएगा, जिससे उन्हें अतिरिक्त किसी प्रकार की कोचिंग करने की जरूरत नहीं होगी.
इस स्कूल में आधुनिक सुविधाओं से संपन्न लाईब्रेरी और लैब जैसी सुविधा भी छात्रों के लिए उपलब्ध होगी.
इस स्कूल से पश्चिम विहार, नांगलोई और पारीगढ़ी से पढ़ने आने वाले बच्चों को फायदा होगा.
टेंप्ररेरी शेड्स हटाकर उस एरिया का इस्तेमाल स्पोर्ट्स फैसिलिटी के लिए किया जाएगा.