डीयू में ABVP का जोरदार प्रदर्शन; छात्रों ने डीन कार्यालय पर जड़ा ताला, आरोपी प्रोफेसर के निलंबन की मांग
DU Students Protest: अभाविप और डूसू के छात्रों ने DU डीन के ऑफिस पर ताला जड़ दिया. प्रोटेस्ट कर रहे छात्रों का कहना है कि एक नाबालिग छात्रा के शोषण के आरोपी प्रोफेसर को तुरंत बर्खास्त किया जाना चाहिए. पढ़िए पूरी खबर...
Ramjas College Professor Controversy: दिल्ली यूनिवर्सिटी में छात्रसंघ और अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (ABVP) ने रामजस कॉलेज की एक छात्रा के यौन शोषण के मामले में कड़ी कार्रवाई की मांग करते हुए डीन के कार्यालय पर ताला जड़ दिया. अभाविप कार्यकर्ताओं ने आरोपी प्राध्यापक के निलंबन और पुलिस जांच की मांग को लेकर जोरदार प्रदर्शन किया. इस घटना ने यूनिवर्सिटी प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े कर दिए हैं. यहां जानिए आखिर क्या है पूरा मामला...
डीन कार्यालय पर ताला, छात्रों का धरना जारी
अभाविप और डूसू से जुड़े छात्रों ने बुधवार को यूनिवर्सिटी डीन और संयुक्त डीन (छात्र कल्याण) कार्यालय पर ताला जड़ दिया. छात्रों का आरोप है कि रामजस कॉलेज की एक नाबालिग छात्रा के यौन शोषण में शामिल प्राध्यापक पर अब तक कोई कार्रवाई नहीं की गई. इस घटना से आक्रोशित छात्रों ने कार्यालय के बाहर धरना देकर आरोपी प्राध्यापक के तत्काल निलंबन की मांग की.
छात्राओं की सुरक्षा पर ABVP का सवाल
अभाविप के कार्यकर्ताओं ने रामजस कॉलेज की घटना को गंभीर मानते हुए कहा कि छात्राओं की सुरक्षा को लेकर विश्वविद्यालय प्रशासन असंवेदनशील है. संगठन के प्रदेश मंत्री हर्ष अत्री ने कहा, "यह प्रकरण एक महीने पुराना है, लेकिन अभी तक आरोपी प्राध्यापक पर कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में हम इस मामले को दबने नहीं देंगे."
आरोपी का इस्तीफा, लेकिन आंदोलन जारी
छह घंटे के प्रदर्शन के बाद आरोपी प्राध्यापक ने संयुक्त डीन स्टूडेंट वेलफेयर के पद से इस्तीफा दे दिया. हालांकि, छात्रों ने साफ किया कि केवल इस्तीफा पर्याप्त नहीं है. वे आरोपी के सभी प्रशासनिक पदों से निलंबन और न्यायिक जांच की मांग पर अड़े हुए हैं. अभाविप की सचिव मित्रविंदा ने कहा, "जब तक आरोपी के खिलाफ सख्त कार्रवाई नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा."
पुलिस जांच और न्याय की मांग
डूसू के पदाधिकारियों ने डीयू के कुलपति और डिप्टी कमिश्नर ऑफ पुलिस से मुलाकात कर आरोपी के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की. छात्रों का कहना है कि मामले की निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, ताकि यूनिवर्सिटी में छात्राओं की सुरक्षा सुनिश्चित हो सके.
प्रदर्शन के दौरान छात्रों का रोष
प्रदर्शन के दौरान छात्रों का गुस्सा देखने लायक था. अभाविप कार्यकर्ताओं ने डीन कार्यालय के बाहर नारेबाजी की और विश्वविद्यालय प्रशासन पर निष्क्रियता का आरोप लगाया. छात्रों ने कहा कि अगर जल्द ही आरोपी प्राध्यापक पर कड़ी कार्रवाई नहीं की गई, तो प्रदर्शन और तेज किया जाएगा. छात्रसंघ के उपाध्यक्ष भानु प्रताप सिंह ने कहा, 'यह सिर्फ एक छात्रा का मामला नहीं है, सभी छात्राओं की सुरक्षा का सवाल है. हम इस लड़ाई को आखिरी तक जारी रखेंगे."
DU प्रशासन पर उठे सवाल
इस घटना ने डीयू प्रशासन की भूमिका पर भी गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं. छात्रों का कहना है कि यूनिवर्सिटी प्रशासन आरोपी को बचाने की कोशिश कर रहा है. प्रदर्शनकारियों ने आरोप लगाया कि प्रशासन ने मामले की गंभीरता को नजरअंदाज करते हुए अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया. छात्रों ने चेतावनी दी कि अगर प्रशासन ने जल्द कार्रवाई नहीं की, तो बड़े स्तर पर आंदोलन होगा.