Sugar Bowl of India: भारत का हर एक राज्य और शहर किसी ना किसी कारण से काफी प्रसिद्ध है. इसी वजह से इन राज्यों या शहरों के लोगों द्वारा उपनाम (Nickname) भी रखें गए हैं, जैसे - राजस्थान की राजधानी जयपुर को पिंक सिटी के नाम से जाना जाता है. वहीं, मुंबई को लोग मायानगरी कहते हैं. इसी तरह भारत का एक राज्य है, जिसे चीनी का कटोरा कहा जाता है. क्या आप जानते हैं कि आखिर वो कौन सा राज्य है और क्यों उसे चीनी का कटोरा कहा जाता है? अगर नहीं, तो आइये हम आपको इसका जवाब विस्तार से बताते हैं.


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दरअसल, भारत के उत्तर प्रदेश राज्य को चीनी का कटोरा कहा जाता है. इसका कारण यह है कि उत्तर प्रदेश में गन्ने का उत्पादन भारत में सबसे अधिक होता है. 2020-21 में, उत्तर प्रदेश में गन्ने का उत्पादन 42.27 मिलियन टन था, जो कि भारत के कुल गन्ने के उत्पादन का 44.4% है.


उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती के लिए अनुकूल जलवायु और मिट्टी है. राज्य में गंगा नदी और उसकी सहायक नदियों का जाल बिछा हुआ है, जो गन्ने की खेती के लिए आवश्यक सिंचाई प्रदान करता है. उत्तर प्रदेश में मिट्टी भी उपजाऊ और गन्ने की खेती के लिए उपयुक्त है.


उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती का राज्य की अर्थव्यवस्था पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है. गन्ने की खेती से लाखों किसानों को रोजगार मिलता है. गन्ने का उत्पादन चीनी उद्योग को कच्चा माल प्रदान करता है, जो उत्तर प्रदेश में एक महत्वपूर्ण उद्योग है.


उत्तर प्रदेश में गन्ने की खेती के कुछ प्रमुख क्षेत्र हैं:


1. मेरठ
2. सहारनपुर
3. मुजफ्फरनगर
4. बागपत
5. बिजनौर
6. लखीमपुर खीरी
7. गोरखपुर
8. देवरिया
9. महराजगंज


इन क्षेत्रों में गन्ने की खेती का राज्य की अर्थव्यवस्था और किसानों की आय पर महत्वपूर्ण प्रभाव पड़ता है.