नई दिल्ली: गुजरात के दाहोद जिले में प्राइमरी स्कूल के परीक्षा परिणामों में एक छोटी सी गलती ने विवाद खड़ा कर दिया है और शिक्षा प्रणाली की अखंडता के बारे में चिंताएं बढ़ा दी हैं.


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चौथी कक्षा की छात्रा वंशीबेन मनीषभाई को अपनी रिजल्ट शीट मिली और वह दो विषयों में मिले अंक देखकर आश्चर्यचकित रह गईं. जहां उन्होंने गुजराती में 200 में से 211 अंक हासिल किए, वहीं स्कोरशीट में उन्हें मैथ विषय में 200 में से 212 अंक देखने को मिले.



हालांकि, बाद में पता चला कि रिजल्ट तैयार करने के दौरान एक गलती हुई थी. इसके बाद, एक रिवाइज्ड रिजल्ट शीट जारी किया गया, जिसमें गुजराती में 200 में से 191 और मैथ में 200 में से 190 अंक दिए गए. वहीं, बाकी विषयों के अंक में कोई बदलाव नहीं किया गया.


स्लूक द्वारा जारी किए गए नए रिजल्ट में वंशीबेन को 1000 में से 934 अंक मिले हैं.


इस गलती ने काफी बड़े तौर पर लोगों का ध्यान आकर्षित किया. दरअसल, जब वंशीबेन ने गर्व से अपना रजिल्ट अपने परिवार के साथ साझा किया, तो सभी काफी हैरान थे, लेकिन बाद में करीब से जांच करने पर गलतियों का पता चला, जिसके बाद स्कोरशीट में मार्क्स ठीक करके नई स्कोरशीट जारी की गई.


इस गलती के जवाब में, जिला शिक्षा अधिकारियों ने गलती का कारण निर्धारित करने और भविष्य में इसी तरह की घटनाओं को रोकने के लिए एक जांच शुरू की है.