IAS Taskeen Khan Success Story: सफलता की कहानियां दूसरों को आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करती हैं. हम आपके लिए ऐसी कई मोटिवेशनल स्टोरीज लेकर आते हैं, जो अथक मेहनत और जिद के दम पर सफलता की सीढ़िया चढ़ने वालों के जज्बे को बयां करती हैं. आज भी हम आपके लिए एक ऐसी ही सक्सेस स्टोरी लेकर आए हैं, जो बताती है कि मंजिल को पाने की जिद हो तो कामयाबी निश्चित है. आईएएस ऑफिसर तस्कीन खान की कहानी भी कुछ ऐसी ही है. चलिए जानते हैं कौन हैं IAS तस्कीन खान...


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आगे बढ़ने का जज्बा
तस्कीन खान की सफलता की कहानी बेहद दिलचस्प है, जो असफलता से शुरू होकर एक बड़ी उपलब्धि पर रुकती है. बार-बार नाकामयाबी मिलने का यह मतलब बिल्कुल भी नहीं होता कि कोशिश करनी छोड़ ही दी जाए. हिम्मत न हारते हुए लगातार आगे बढ़ने का जज्बा हो तो उम्मीद से बढ़कर जीत हासिल की जा सकती है. इस बात को सच साबित कर दिखाया आईएएस तस्कीन खान. 


मॉडलिंग छोड़ IAS बनने का लिया फैसला
जानकारी के मुताबिक तस्कीन मेडिकल फील्ड में करियर बनाना चाहती थीं, जिसके लिए उन्होंने नीट की परीक्षा भी दी थी. तस्कीन ने नीट क्वालिफाई भी कर लिया था, लेकिन घर के आर्थिक हालात ऐसे नहीं थे कि माता-पिता बेटी की मंहगी मेडिकल की पढ़ाई के लिए पैसा जुटा पाते. ऐसे में उनका डॉक्टर बनने का सपना भी अधूरा ही रहा. इसके बाद देहरादून की रहने वाली तस्कीन ने मॉडलिंग की दुनिया में कदम रखा. तस्कीन एक प्रोफेशनल मॉडल रही हैं. हालांकि, आगे चलकर उन्होंने मॉडलिंग करियर छोड़ कर आईएएस बनने का सपना देखा और मेहनत में जुट गईं. तस्कीन ने कई बार यूपीएससी की परीक्षा में असफलता पाई.


तीन बार रहीं असफल
तस्कीन खान ने तीन बार यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा दी, लेकिन हर बार असफलता ही मिली. आखिरकार साल 2022 में मुश्किल हालातों से लड़ते हुए तस्कीन को सफलता मिल ही गई. तस्कीन खान ने 736 वीं रैंक हासिल करके साबित कर दिखाया कि ठान लो तो कुछ मुश्किल नहीं. हालांकि, वह पढ़ाई में बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन खेल में हमेशा आगे रहीं. इस तरह शैक्षणिक रूप से सर्वश्रेष्ठ छात्रा न होते हुए भी खिलाड़ी भावना रखने वाली तस्कीन ने भी इतनी बार असफल होने के बावजूद हार नहीं मानी और आईएएस बनने का सफर पूरा कर दिखाया.


रह चुकी हैं मिस उत्तराखंड का खिताब
तस्कीन बास्केटबॉल की चैंपियन और नेशनल लेल डिबेटर भी रही हैं. अपनी खूबसूरती और इंटेलीजेंसी की बदौलत वह 2016-17 में  मिस उत्तराखंड और मिस देहरादून का खिताब भी जीत चुकी हैं. वह मिस इंडिया ब्यूटी पेजेंट में भी पार्टिसिपेट करना चाहती थीं, लेकिन पिता की बीमारी और रिटायरमेंट की वजह से वह अपना उन्हें कदम पीछे लेने पड़े. यूपीएससी की तैयारी के लिए वह मुंबई चलीं गयीं. इसके बाद 2020 में दिल्ली आकर जामिया यूनिवर्सिटी फ्री प्रवेश परीक्षा के जरिए कोचिंग की.