NASA में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए चाहिए शानदार एकेडमिक रिकॉर्ड, जानिए यहां Job पाने के लिए क्या करनी होगी पढ़ाई
NASA Jobs: किसी भी स्पेस एजेंसी में काम करने के लिए साइंस विषयों के साथ 12वीं पास होना जरूरी है. इसके बाद एयरोनॉटिक्स इंजीनियरिंग, सीएस, मैथ्स जैसे विषयों में बीटेक या मास्टर्स भी होना चाहिए. यहां जानिए नासा में जाने के लिए किस तरह से तैयारी कर सकते हैं...
Skills Required for NASA Jobs: नासा का ऑफिस यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका में है, जहां नौकरी पाने का सपना साइंस स्ट्रीम में करियर बनाने वाले ज्यादातर युवाओं का होता है. नेशनल एयरोनॉटिक्स एंड स्पेस एडमिनिस्ट्रेशन में नौकरी पाने के लिए शुरू से आपका एकेडमिक रिकॉर्ड बहुत तगड़ा होना जरूरी है. नासा और इसरो जैसी स्पेस एजेंसी में काम करना चाहते हैं तो स्कूल से ही तैयारी होनी चाहिए.
हाई फिजिकल स्ट्रेंथ
यहां नौकरी के लिए इंग्लिश के अलावा दूसरी विदेशी भाषाओं पर भी पकड़ होना जरूरी है. नासा में एस्ट्रोनॉट बनने के लिए पढ़ाई के साथ-साथ आपकी फिजिकल भी बहुत मायने रखती है. एक तय समय तक आपकी मैक्सिमम वेट उठाने की कैपेसिटी देखी जाती है. इसी तरह से हर पोस्ट के लिए अलग-अलग योग्यताएं तय की गई है.
शानदार हो एकेडमिक रिकॉर्ड
11वीं-12वीं में मैथ स्ट्रीम से पढ़ाई करें. इस फील्ड में जाने के लिए फिजिक्स, केमिस्ट्री और मैथ्स का बेस स्ट्रॉन्ग होना जरूरी है. नासा के इंटरव्यू में कई तरह के सवाल पूछे जाते हैं. इनसे कैंडिडेट की योग्यता, स्किल्स और एक्सपीरियंस के आधार पर उसे परखा जाता है.
क्या करनी होगी पढ़ाई?
नासा में जॉब पाना चाहते हैं तो आप एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग, मैकेनिकल इंजीनियरिंग, कंप्यूटर साइंस, मैथ्स और फिजिक्स में से किसी भी सब्जेक्ट बैचलर डिग्री हासिल कर सकते हैं.
इसके बाद एयरोस्पेस इंजीनियरिंग, एस्ट्रोफिजिक्स, प्लेनेटरी साइंस, रिमोट सेंसिंग, कंप्यूटर साइंस या जियोइंफॉर्मेटिक्स में से मास्टर्स करें और संबंधित फील्ड में पीएचडी करके एडवांस्ड रिसर्च और टेक्निकल रोल के लिए तैयारी कर लें.
जरूरी स्किल्स
नासा में जॉब के लिए एकेडमिक एक्सीलेंस के अलावा दूसरी स्किल्स भी देखी जाती है. यहां सबसे टैलेंटेड कैंडिडेट को ही काम करने का मौका मिलता है. ऐसे में आपको अपने अंदर कुछ खास स्किल्स भी डेवलप करना होगा. इसके लिए आपको पायथन, सी ++, जावा जैसी प्रोग्रामिंग लैंग्वेज आनी चाहिए. इसके साथ ही डेटा एनालिसिस में महारत होनी चाहिए. वहीं, प्रॉब्लम सॉल्विंग एटिट्यूड और क्रिटिकल थिंकिंग, कम्युनिकेशन और टीम वर्क जैसी स्किल्स भी होनी चाहिए.
हमेशा अपडेट रहने का मिलेगा फायदा
नासा की ऑफिशियल वेबसाइट nasa.gov पर ऑनलाइन सर्टिफिकेशन कोर्स के बारे में अपडेट लेकर इनरोल कर सकते हैं. इससे अपनी नॉलेज बढ़ेगी और ऑर्गेनाइजेशन के बारे में ज्यादा से ज्यादा जानने का मौका मिलेगा. वहीं, इसरो के ट्रेनिंग प्रोग्राम इंडियन स्पेस रिसर्च ऑर्गेनाइजेशन में भी शामिल हो सकते हैं. स्पेस से जुड़े कॉन्फ्रेंस, सेमिनार जैसे इंवेंट्स में शामिल होकर अपना नेटवर्क बढ़ाने की कोशिश करें.