Mahatma Gandhi Photo On Indian Currency: हम रोज लेन-देन में नोटों का इस्तेमाल करते हैं. सबकी यही तमन्ना होती है कि हमारी पॉकेट, पर्स,  तिजोरी में, बैंक अकाउंट में भर-भर के गांधीजी हो, लेकिन क्या कभी आपके जेहन में यह सवाल उठा कि आखिर कब से गांधी जी की फोटो भारतीय नोटों पर अंकित हो रही हैं? अगर आपकी इस बारे में जानने में जरा भी दिलचस्पी हैं तो आइए यहां जानते हैं इस फोटो के नोटों पर छपने का किस्सा...


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आपमें से कुछ लोग तो इस बारे में जानते होंगे, लेकिन बहुत से लोग इस बात से बेखबर होंगे कि आजादी के बाद सबसे पहली बार भारतीय करेंसी पर देश के किस महत्वपूर्ण निशान को जगह मिली थी, क्योंकि आपको यह जानकर बेहद हैरानी होगी कि आजादी के सालों बाद गांधी जी की फोटो भारतीय नोटों यानी कागज पर मुद्रित भारतीय करेंसी पर छपी थी.   


अशोक स्तंभ को चुना गया
देश के आजाद होने के 22 साल बाद गांधी जी का चित्र नोटों पर आया था, वो भी केवल एक रुपये के नोट पर उनका चित्र अंकित हुआ था. भारतीय रिजर्व बैंक की वेबसाइट के अनुसार अंग्रेजों के जाने के दो साल बाद भारत सरकार ने पहली बार 1949 में एक रुपये के नोट का नया डिजाइन तैयार किया. अब आजाद भारत के लिए एक चिह्न को चुना जाना था.


पहले तो सभी को यही लगा था कि ब्रिटेन के किंग की जगह नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर लगेगी, जिसके लिए डिजाइन भी तैयार कर लिए गए थे. हालांकि, इस पर सहमति नहीं बनी और फिर महात्मा गांधी की जगह अशोक स्तंभ की फोटो को छापे जाने का फैसला हुआ. इसके बाद साल 1950 में भारतीय गणराज्य में पहली बार दो, पांच, 10 और 100 रुपये के नोट जारी किए गए, जिन पर गांधी जी की फोटो अंकित नहीं थी. 


पहली बार 1 रुपये के नोट पर छपी थी गांधी जी की फोटो 
देश आजाद होने के 49 साल बाद नोटों की पूरी सीरीज जारी हुई, जिन पर महात्मा गांधी का चित्र था. रिजर्व बैंक ने साल 1969 में पहली बार महात्मा गांधी की 100वीं बर्थ एनिवर्सिरी के उपलक्ष्य में एक रुपये का नोट उनकी फोटो के साथ जारी किया. इसमें महात्मा गांधी बैठे हुए थे और उनके बैकग्राउंड में सेवाग्राम आश्रम था.


1996 में गांधी जी की फोटो के साथ आई नई सीरीज 
इसके 18 साल बाद आरबीआई ने एक और नोट तैयार किया. साल 1987 में लॉन्च किए गए इस नोट पर गांधी जी की फोटो छपी थी. आरबीआई ने इस 500 रुपये के नोट को 1996 में बंद कर दिया था. फिर इसी साल 1996 में रिजर्व बैंक ने गांधी जी के चित्र के साथ नोटों की नई सीरीज प्रकाशित की. ये नोटों में नए सिक्योरिटी फीचर्स के साथ छापे गए थे. वॉटरमार्क चेंज करने के साथ ही इन नोटों में ऐसे फीचर जोड़े गए कि आंखों से न देख पाने वाले व्यक्तियों को भी इनकी पहचान आसानी से हो जाए.