Noel Tata Education: पूरा देश आज रतन टाटा के योगदान को याद कर रहा है. क्या आम आदमी और क्या बड़ी-बड़ी हस्तियां हर कोई उनकी सादगी के कायल हैं. दुनिया के दिग्गज उद्योगपतियों में शुमार रतन टाटा के सरल स्वभाव और उनकी खूबियों को लोग याद कर रहे हैं. इस बीच एक और नाम सबसे ज्यादा चर्चा में है और वह व्यक्ति हैं नोएल टाटा, जो अब रतन टाटा के बाद टाटा ट्रस्ट्स के चेयरमैन होंगे. वह टाटा ग्रुप के छठे चेयरमैन के तौर पर कमान संभालेंगे. कितने पढ़े-लिखे हैं नोएल टाटा और कहां से हुई है उनकी पढ़ाई? आइए जानते हैं...


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रतन टाटा के ही भाई हैं नोएल टाटा
नोएल टाटा रिश्ते में रतन टाटा के सौतेले भाई हैं. बता दें कि रतन टाटा के पिता की दो शादियां हुई थीं. रतन, नोएल से तकरीबन 19 साल बड़े थे. रतन टाटा की उम्र 86 साल थी, जबकि नोएल टाटा की उम्र 67 साल है. 1957 में जन्मे नोएल नवल टाटा और सिमोन टाटा की संतान हैं. वह सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट बोर्ड के ट्रस्टी भी हैं.  इसके अलावा नोएल टाइटन कंपनी लिमिटेड के उपाध्यक्ष हैं. फिलहाल, वह टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के प्रेसिडेंट और नॉन-एग्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं. नोएल पिछले 4 दशकों से टाटा ग्रुप में अलग-अलग जिम्मेदारियां संभाल रहे हैं. 


नोएल टाटा ने कहां से की पढ़ाई?
वहीं, बात करें नोएल टाटा की एजुकेशन के बारे में तो उनकी शुरुआती पढ़ाई मुंबई में ही हुई. इसके बाद ग्रेजुएशन करने के लिए वह इंग्लैंड चले गए थे. नोएल ने यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स (University of Sussex) से बैचलर डिग्री कंप्लीट की है. वहीं, उन्होंने फ्रांस के INSEAD बिजनेस स्कूल से इंटरनेशनल एग्जीक्यूटिव प्रोग्राम भी किया. यह यूनिवर्सिटी इंग्लैंड के दक्षिण में ब्राइटन के पास स्थित है, जिसकी शुरुआत 1960 में की गई थी. इसे नए दौर के ब्रिटिश विश्वविद्यालयों में से एक माना जाता है.  


रतन टाटा का पालन-पोषण और शुरुआती पढ़ाई मुंबई से हुई थी. रतन 8वीं के बाद शिमला के बोर्डिंग स्कूल में पढ़ने चले गए थे. इसके बाद 17 साल की उम्र में पढ़ाई के अमेरिका चले गए, जहां उन्होंने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से बैचलर ऑफ आर्किटेक्चर किया था. इस तरह रतन ने अमेरिकी यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की, जबकि नोएल ने ब्रिटेन की यूनिवर्सिटी से डिग्री ली. 


नोएल के करियर की शुरुआत
नोएल टाटा ने अपने करियर की शुरुआत टाटा इंटरनेशनल के साथ की. वहीं, नोएल ब्रिटेन में नेस्‍टले ग्रुप में भी काम कर चुके हैं. जानकारी के मुताबिक नोएल ने जून 1999 में अपनी मां सिमोन डुनोयर के बिजनेस ट्रेंट के मैनेजिंग डायरेक्टर का काम संभाला. साल 2003 में वह टाइटन इंडस्ट्रीज और वोल्टास का निदेशक बने. उनकी अगुवाई में टाइटन, तनिष्क, टाइटन आई और फास्ट्रैक आदि के बिजनेस का विस्तार हुआ.