NEET-UG 2024 FAQs: नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET-UG) 2024 का रिजल्ट काफी बहस का विषय रहा है. खासकर स्टूडेंट्स, पेरेंट्स और टीचर्स ग्रुप द्वारा हाल ही में उठाए गए मुद्दों के बाद से विवाद काफी बढ़ गया. इस साल नीट यूजी 2024 को कई कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, जिसमें स्कोरिंग असमानताओं के दावे, आंसर की (Answer Key) के साथ समस्याएं और कुछ एग्जाम सेंटर पर समय के नुकसान के कारण परीक्षा की इंटिग्रिटी के नुकसान की चिंताएं भी शामिल हैं.


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ग्रेजुएशन के लिए नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट अंडरग्रेजुएट (NEET-UG 2024) के असेसमेंट प्रोसेस में विश्वास पैदा करने और सभी संबंधित पक्षों को समानता और खुलेपन के मूल्यों से आश्वस्त करने के लिए नेशनल टेस्टिंग एजेंसी (NTA) ने अक्सर पूछे जाने वाले सवालों (FAQ) की एक डिटेल्ड सीरीज पब्लिश की है.


सवाल 1. समय के नुकसान के लिए ग्रेस मार्क्स देने में शिकायत निवारण समिति (Grievance Redressal Committee) का क्या कार्य था और क्यों?


जवाब 1. दरअसल, कई NEET (UG) - 2024 आवेदकों ने कुछ केंद्रों पर परीक्षा का समय बर्बाद होने के कारण सुप्रीम कोर्ट में रिट याचिकाएं दायर कीं. परीक्षा केंद्रों से फैक्ट रिपोर्ट और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर शिकायतों समीक्षा के लिए एक शिकायत निवारण समिति का गठन किया गया था. जिन उम्मीदवारों ने समय गंवाया था, उन्हें ग्रेस मार्क्स दिए गए.


सवाल 2. ग्रेस मार्क्स की गणना कैसे की गई?


जवाब 2. सुप्रीम कोर्ट द्वारा 13 जून, 2018 को अपने निर्णय में स्थापित सोर्स के अनुसार, 2018 के डब्ल्यू.पी. 551 में, उम्मीदवारों के परीक्षा समय के नुकसान की गणना की गई, और उनके द्वारा उत्तर देने में लगे समय और उनके नुकसान हुए समय के आधार पर उन्हें मार्क्स दिए गए. इसलिए इस साल 1563 नीट आवेदकों को नुकसान हुए समय के लिए ग्रेस मार्क्स मिले.


सवाल 3. कोई भी उम्मीदवार नीट यूजी 2024 में 718 और 719 अंक कैसे प्राप्त कर सकता है?


जवाब 3. नीट यूजी 2024 में समय का नुकसान भुगतने वाले छात्रों को दिए गए ग्रेस मार्क्स के कारण, दो छात्र 718 और 719 अंक प्राप्त करने में सफल रहे.


सवाल 4. नीट यूजी 2024 में कट-ऑफ में इतना वेरिएशन क्यों रहा है?


जवाब 4. आवेदकों के टोटल परफॉर्मेंस के आधार पर कटऑफ स्कोर सालाना तय किए जाते हैं. हर साल बढ़ा हुआ कटऑफ टेस्ट के कॉम्पिटिटिव नेचर और इस साल छात्रों द्वारा प्राप्त किए गए हायर परफॉर्मेंस को दर्शाता है.


सवाल 5. NEET UG 2024 में अधिक संख्या में उम्मीदवारों को 720/720 मार्क्स क्यों मिले?


जवाब 5. दरअसल, 720/720 मार्क्स प्राप्त करने वाले 67 छात्रों में से 44 फिजिक्स आंसर की में बदलाव से प्रभावित थे, और 07 समय के नुकसान के लिए ग्रेस मार्क्स से प्रभावित थे. इस बदलाव ने कई छात्रों के अंक बढ़ा दिए, जिसके परिणामस्वरूप बड़ी संख्या में छात्रों को फुल मार्क्स प्राप्त हुए.


सवाल 6. क्या सभी एग्जाम रूम में CCTV कैमरे लगाए गए हैं और उनका क्या कार्य है?


जवाब 6. हां, हर एक एग्जाम रूम में एक सीसीटीवी कैमरा लगा है. परीक्षा के दौरान कदाचार और धोखाधड़ी का पता लगाने के लिए वीडियो निगरानी और परीक्षा के बाद के रिव्यू के लिए इसका उपयोग किया जाता है. परीक्षा के बाद भी कदाचार करने वाले उम्मीदवारों पर दंडात्मक कार्रवाई की जाएगी.


सवाल 7. क्या यह सच है कि बिहार या गोधरा में पेपर लीक हुआ है?


जवाब 7. यह ध्यान देने योग्य है कि किसी भी रिपोर्ट में NEET UG 2024 पेपर लीक होने का सबूत नहीं है. ये घटनाएं पेपर लीक से नहीं बल्कि धोखाधड़ी और प्रतिरूपण से जुड़ी हुई प्रतीत होती हैं. हालांकि उपरोक्त घटनाओं की जांच जारी है, लेकिन NTA ने पेपर लीक के किसी भी आरोप को खारिज कर दिया है.


इसके अतिरिक्त, NTA अपने सुरक्षा प्रोटोकॉल और स्टैंडर्ड ऑपरेशन प्रक्रियाओं को बनाए रखता है, जिसके तहत सभी प्रिंटिड प्रश्नपत्रों की पहचान की गई है और उनका हिसाब रखा गया है. इसलिए, पेपर लीक के बारे में कोई संदेह नहीं है.


सवाल 8. राजस्थान के सवाई माधोपुर में एक केंद्र पर क्या हुआ?


जवाब 8. राजस्थान के सवाई माधोपुर में गर्ल्स हायर सेकेंडरी मॉडल स्कूल में एक गड़बड़ी हुई, जहां केंद्र अधीक्षक ने गलती से हिंदी मीडियम के प्रश्नपत्र इंग्लिश मीडियम के उम्मीदवारों को बांट दिए थे और इसके विपरीत इंग्लिश मीडियम के प्रश्नपत्र हिंदी मीडियम के उम्मीदवारों को बांट गए. इस गलती के कारण कुछ उम्मीदवारों में आक्रोश फैल गया, जो कर्मचारियों द्वारा रोकने के प्रयासों के बावजूद प्रश्नपत्रों के साथ केंद्र से चले गए. ये प्रश्नपत्र शाम 4:25 बजे के आस-पास सोशल मीडिया पर प्रसारित किए गए, जिससे लीक होने की झूठी धारणा बनी. हालांकि, सभी केंद्र सीसीटीवी निगरानी में थे, जिससे परीक्षा शुरू होने के बाद बाहरी पहुंच को रोका जा सका. प्रभावित उम्मीदवारों ने उसी दिन, 5 मई, 2024 को सही पेपर के साथ दोबारा परीक्षा दी, ताकि यह सुनिश्चित हो सके कि उनकी शैक्षणिक प्रगति बाधित न हो.


सवाल 9. क्या 2024 के लिए NEET (UG) सिलेबस संशोधित किया गया है?


जवाब 9. हां, NEET (UG)-2024 के लिए सिलेबस में बदलाव किया गया है. पिछले वर्ष की तुलना में सिलेबस में 22 से 25 प्रतिशत की कटौती की गई है. इस बजलाव का लक्ष्य हर एक सब्जेक्ट के बेसिक कॉन्सेप्ट पर ध्यान केंद्रित करना और सिलेबस के कंटेंट को सरल बनाना था.


सवाल 10. NEET UG 2024 के दौरान नुकसान हुए समय के लिए प्रदान किए गए ग्रेस मार्क्स की जांच करने वाली नवगठित समिति की क्या भूमिका है?


जवाब 10. नीट यूजी 2024 के दौरान नुकसान हुए समय के लिए ग्रेस मार्क्स प्राप्त करने वाले लगभग 1563 छात्रों के मामलों की समीक्षा करने के लिए एक उच्च-स्तरीय समिति बनाई गई है. समिति निष्पक्ष और पारदर्शी मूल्यांकन की गारंटी देने के लिए ऐसी स्थितियों का व्यापक विश्लेषण करेगी.


सवाल 11. NEET-UG 2024 का परिणाम 4 जून को क्यों घोषित किया गया, जबकि सूचना बुलेटिन में 14 जून की तारीख बताई गई थी?


जवाब 11. दरअसल, NTA ने NEET (UG) - 2024 सहित सभी परीक्षाओं के लिए आंसर की के खिलाफ दर्ज चुनौती के तुरंत बाद रिजल्ट घोषित किए थे, ताकि NMC द्वारा तय किए गए समय पर काउंसलिंग और एडमिशन सुनिश्चित हो सके. रिजल्ट पहले से निर्धारित हैं और आम चुनाव परिणामों से इसका कोई संबंध नहीं हैं. इसका उद्देश्य उम्मीदवारों के लिए काउंसलिंग और प्रवेश प्रक्रिया में तेजी लाना है. NTA CBT और ऑफलाइन मोड दोनों परीक्षाओं के लिए एक महीने के भीतर परिणाम घोषित करने का लगातार रिकॉर्ड बनाए रखता है.


सवाल 12. NEET UG 2024 के मार्क्स में विसंगतियों का आरोप लगाने वाले व्यापक रूप से साझा किए गए वीडियो पर NTA का क्या रुख है और एक छात्र को फटी हुई OMR आंसर शीट वाला ईमेल मिला है?


जवाब 12. NTA ने स्पष्ट किया कि आधिकारिक NTA ID के माध्यम से कोई भी कटी हुई OMR आंसर शीट प्रदान नहीं की गई थी, जैसा कि NEET UG 2024 के उम्मीदवार को स्कोरिंग और रिजल्ट में गलतियों का हवाला देते हुए दिखाए गए वायरल वीडियो में दावा किया गया था. आधिकारिक डॉक्यूमेंट पुष्टि करते हैं कि ओएमआर आंसर शीट बरकरार है और अंक सटीक हैं.