आज दिल्ली में होगा PARAKH 2024 का आयोजन, स्कूली शिक्षा की प्रगति का किया जाएगा मूल्यांकन
PARAKH 2024: यह सर्वेक्षण कॉम्पिटेंसी-बेस्ड और स्टेज स्पेसिफिक है, और 782 जिलों के करीब 22 लाख बच्चों के लाइफ स्किल को देखता है. यह मूल्यांकन आज, 4 दिसंबर को दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों के लिए होने वाला है.
PARAKH Rashtriya Sarvekshan 2024: आज दिल्ली में परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 का आयोजन किया जाएगा. यह नया मूल्यांकन राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) की जगह लेता है, जिसे 2001 से नेशनल काउंसिल ऑफ रिसर्च एंड ट्रेनिंग (NCERT) द्वारा आयोजित किया जाता है. यह NCERT द्वारा स्थापित एक स्वतंत्र मूल्यांकन केंद्र है और इसे राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP) 2020 में प्रस्तावित किया गया था.
इन कक्षाओं के छात्र लेंगे भाग
यह सर्वेक्षण कॉम्पिटेंसी-बेस्ड और स्टेज स्पेसिफिक है, और 782 जिलों के करीब 22 लाख बच्चों के लाइफ स्किल को देखता है. यह मूल्यांकन आज, 4 दिसंबर को दिल्ली के सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में कक्षा 3, 6 और 9 के छात्रों के लिए होने वाला है.
स्कूली शिक्षा की प्रगति का होगा मूल्यांकन
पहले इसे राष्ट्रीय उपलब्धि सर्वेक्षण (NAS) के रूप में जाना जाता था, यह सर्वेक्षण हर तीन साल में आयोजित किया जाता है. यह सर्वेक्षण आखिरी बार 2021 में आयोजित किया गया था. यह सर्वेक्षण भारत में स्कूली शिक्षा की प्रगति को मापने और निगरानी करने के लिए किया जाता है. इसके तहत स्कूली शिक्षा का राष्ट्रीय स्तर पर मूल्यांकन किया जाता है, समग्र विकास के लिए प्रदर्शन मूल्यांकन, समीक्षा और ज्ञान के विश्लेषण के कारण अब इसे परख राष्ट्रीय सर्वेक्षण 2024 नाम दिया गया है.
इस साल इतने छात्र और स्कूल लेंगे भाग
इस बार यह सर्वेक्षण नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति (NEP), 2020 के तहत तय स्टैंडर्ड के अनुसार किया जा रहा है. परख की सीईओ प्रोफेसर इंद्राणी भादुड़ी के अनुसार, इस साल 782 जिलों के कुल 75,565 स्कूल और 22,94,377 छात्र इस सर्वेक्षण में भाग लेंगे.
तैयार किए जाएंगे वॉर रूम
इस सर्वेक्षण की प्रगति की निगरानी और फील्ड से आने वाली समस्याओं के समाधान के लिए NCERT मुख्यालय में 24×7 वॉर रूम स्थापित किया गया है. यह वॉर रूम 27 नवंबर से चालू हो गया है और 5 दिसंबर तक जारी रहेगा. प्रो. भादुड़ी ने कहा कि इस वॉर रूम में शिफ्ट में काम करने वाली टीमें तैनात हैं. यहां तक कि रात की शिफ्ट में भी टीमें रहेंगी.
इन सवालों से होगा सामना
इस सर्वेक्षण के लिए छात्रों के लिए एक प्रश्नपत्र और शिक्षकों और स्कूल प्रशासन के लिए एक प्रश्नावली तैयार की गई है. इसमें छात्रों से पूछा जाएगा कि "आप स्कूल कैसे आते हैं? क्या आप घर पर कोई अलग भाषा बोलते हैं जो आपके शिक्षकों की भाषा से अलग है?" इसके अलावा उन्हें छोटी-छोटी कहानियां पढ़कर करेक्टर को समझने का अभ्यास भी कराया जाएगा. सर्वेक्षण में शिक्षकों और स्कूलों से भी इनपुट लिए जाएंगे, जिसमें "आपके स्कूल में छात्रों की पढ़ाई के लिए अभिभावकों का सहयोग कैसा है?" जैसे सवाल पूछे जाएंगे.