Why Donkey Milk Is Very Expensive: योग गुरु रामदेव बाबा की एक वीडियो सोशल मीडिया पर बड़ी तेजी से वायरल हो रही है, जिसमें वह गधी का निकालकर पीते नजर आ रहे हैं. बाबा रामदेव ने गधी का दूध पीने के बाद कहा कि "गधी का दूध कई बीमारियों के लिए वरदान है, इसका दूध गाय-भैंस के दूध से ज्यादा ताकतवर होता है." मार्केट में भी गधी के दूध की डिमांड काफी ज्यादा है. क्लियोपेट्रा जैसी ऐतिहासिक हस्तियों ने इसका इस्तेमाल अपनी स्किन की देखभाल के लिए किया. आधुनिक वैज्ञानिक शोध भी इसके स्वास्थ्य लाभों को प्रमाणित करते हैं. चलिए साइंस के नजरिए से समझते हैं आखिर क्यों गधी के दूध के दाम आसमान छूते हैं, फिर भी इस मिल्क की इतनी डिमांड रहती हैं... 


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1. गधी का दूध: पोषण का खजाना
कई प्राचीन ग्रंथों में गधी के दूध को स्वास्थ्यवर्धक बताया गया है. इस दूध में विटामिन और खनिजों की प्रचुरता होती है. इसमें विटामिन ए, बी1, बी2, डी और ई के अलावा कैल्शियम, मैग्नीशियम और प्रोटीन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं. यह पोषण के लिहाज से गाय, भैंस और बकरी जैसे दूसरें दुधारू जानवरों के दूधों से ज्यादा उपयोगी है.


2. हेल्थ बेनिफिट
गधी का दूध पेट संबंधी समस्याओं को दूर करने में मददगार साबित होत है. इसमें एलर्जी पैदा करने वाले तत्व नहीं होते. ऐसे में यह उन लोगों के लिए उपयोगी है, जिन्हें गाय या भैंस के दूध से एलर्जी होती है. यह सांस, आई प्रॉब्लम्स और दांतो की बीमारियों के इलाज में भी लाभदायक है.


3. प्राकृतिक सुंदरता में फायदेमंद
सौंदर्य उत्पादों में गधी के दूध का बड़े स्तर पर इस्तेमाल किया जाता है. त्वचा की झुर्रियों को रोकने और उसे नमी प्रदान करने में यह बहुत फायदेमंद है. इसके इस्तेमाल से बालों की चमक बढ़ती है और स्किन को नेचुरल ग्लो मिलता है. इन तमाम वजहों से गधी के दूध की तगड़ी डिमांड रहती है.   


4. क्यों है इतना महंगा?
एक गधी एक दिन में केवल 200-500 मिलीलीटर तक ही दूध देती है. गधों की संख्या में कमी और इसकी सीमित उपलब्धता इसे महंगा बनाती है. इसकी हाई डिमांग और सीमित आपूर्ति के कारण इसकी कीमत आसमान छू रही है.


5. प्राचीन और आधुनिक उपयोग
मिस्र की महारानी क्लियोपैट्रा बहुत ही खूबसूरत थीं. ऐसा कहा जाता है कि मिस्र की रानी क्लियोपेट्रा अपनी खूबसूरती और त्वचा का निखार गधे के दूध से नहाकर बनाए रखती थीं. क्लियोपेट्रा के समय से लेकर आज तक, गधी के दूध को स्किन केयर और हेल्थ के लिए महत्वपूर्ण माना गया है. वर्तमान में इसका उपयोग पनीर, दही और अन्य उत्पादों में भी किया जा रहा है.


6. क्यों है दूसरे पशुओं के दूध से अलग?
इस दूध में फैट की मात्रा कम होती है, लेकिन पौष्टिकता बहुत ज्यादा होती है. यह दिल को सेहतमंद और वजन को नियंत्रित रखता है. गाय और भैंस के दूध की अपेक्षा इसका स्वाद हल्का और पचने में आसान होता है.


7. गधी के दूध से बने उत्पाद
आज बाजार में गधी के दूध से बने साबुन, क्रीम और लोशन उपलब्ध हैं. ये उत्पाद नेचुरल और केमिकल फ्री होने के कारण स्किन के लिए बेहद सुरक्षित माने जाते हैं.


8. गधी के दूध का बढ़ता बाजार
भारत में धीरे-धीरे गधी के दूध की मांग बढ़ रही है. इसे प्रीमियम प्रोडक्ट्स के रूप में बेचा जा रहा है और इसकी प्रोडक्शन को प्रोत्साहित करने के लिए कई तरह की कोशिशें की जा रही हैं.