10th 12th Board Exam: इस बार आप यूपी बोर्ड 10वीं 12वीं के एग्जाम देने वाले हैं तो जान लीजिए इस बार इसमें बदलाव हो सकते हैं. यहां हम बदलाव की वजह भी बता रहे हैं कि वो क्यों हो सकते हैं. इसके अलावा एक और जरूरी चीज है कि इससे आपको कैसे फायदा हो सकता है. मतलब अगर एग्जाम और बार की अपेक्षा इस बार लेट शुरू हुए तो आपको कौन से और कैसे फायदा होगा.


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प्रयागराज में 13 जनवरी 2025 से 26 फरवरी 2025 तक महाकुंभ का आयोजन किया जाएगा. इसी के चलते यूपी बोर्ड की हाई स्कूल और इंटरमीडिएट परीक्षाएं देर से शुरू हो सकती है. सूत्रों की मानें तो महाशिवरात्रि के स्नान के बाद मार्च के पहले सप्ताह में परीक्षा शुरू होने की संभावना है. साथ ही बोर्ड परीक्षा के लिए सरकार की तैयारियां भी जारी हैं. परीक्षा केंद्रों की निगरानी ऑनलाइन सीसीटीवी कैमरों के माध्यम से की जाएगी. बता दें दिसंबर 2024 से प्रैक्टिकल परीक्षाएं शुरू होंगी, जो जनवरी 2025 तक पूरी होंगी. इसके बाद मार्च में लिखित परीक्षाएं आयोजित की जाएंगी.


छात्रों के लिए फायदे


ज्यादा टाइम: परीक्षाओं में देरी होने से छात्रों को अपने सिलेबस को और बेहतर ढंग से समझने और अपनी वीकनेस को दूर करने का मौका मिलेगा.


कम दबाव: ज्यादा समय मिलने से छात्र परीक्षा के तनाव से मुक्त होकर अपनी पढ़ाई पर फोकस कर पाएंगे.


बेहतर तैयारी: छात्रों को पिछले सालों के पेपर को हल करने और मॉक टेस्ट देने के लिए पर्याप्त समय मिलेगा.


ज्यादा मौके: छात्रों को अपनी रुचि के मुताबिक अतिरिक्त गतिविधियों में हिस्सा लेने का मौका मिलेगा, जिससे उनका ओवरऑल डेवलपमेंट होगा.


टीचर्स के लिए चुनौतियां : हालांकि, परीक्षाओं में देरी होने से टीचर्स के लिए कुछ चुनौतियां भी पैदा हो सकती हैं. उन्हें छात्रों को एक्स्ट्रा समय में कैसे पढ़ाएं, इस पर ध्यान देना होगा. साथ ही, उन्हें यह भी सुनिश्चित करना होगा कि छात्र परीक्षा के लिए पूरी तरह से तैयार हों.


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