Mehdi Hasan Success Story: यूपी बोर्ड के 12वीं के नतीजे घोषित होते ही राज्य में कहीं खुशी की लहर दौड़ पड़ी तो कुछ बच्चों को निराशा हाथ लगी. कुछ बच्चों को उम्मीद के मुताबिक नंबर नहीं मिले तो किसी ने अपने नतीजों से सभी को हैरत में डाल दिया. आज हम आपके लिए एक ऐसे ही स्टूडेंट की कहानी लेकर आए हैं, जिसने परिवार के आर्थिक हालातों  का असर अपने इंटरमीडिएट के नतीजों पर हरगिज नहीं होने दिया.   


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पूरे जिले में चर्चा का विषय
बलिया जिले सदर तहसील के घोरौली के मेहदी हसन की कहानी ने लोगों का दिल जीत लिया है. चूड़ियां और कंगन बेचने के बावजूद हसन ने इंटरमीडिएट परीक्षा में उल्लेखनीय सफलता हासिल की. हसन ने 500 में से 482 अंक हासिल किए और बलिया जिले में टॉप किया. हसन ने परीक्षा में कमाल कर प्रदेश के युवाओं में कुछ अच्छा करने का जोश और उत्साह भर दिया है.  मेहदी ने घर के काम और दुकान संभालने के बीच बैलेंस बनाकर पूरी लगन से अपनी पढ़ाई की.


आईएएस बनकर देश सेवा करने का है  सपना 
वह एक बेहद साधारण परिवार से आते हैं. उनकी शिक्षा घर से कुछ दूरी पर स्थित गंगा भैया इंटर कॉलेज से हुई है. घर के सामने चबूतरे पर एक छोटी सी दुकान है, जिसे परिवार के सभी सदस्य मिलकर चलाते हैं. कुछ बड़ा करने का सपना लिए सारे काम करते हुए पूरी लगन से पढ़ाई करके हसन ने इंटरमीडिएट परीक्षा में 500 में से 482 अंक हासिल किए हैं. मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में मेहदी ने बताया कि वह आईएएस अधिकारी बनकर देश की सेवा करने की इच्छा रखते हैं.


मेहदी की सफलता से बेहद खुश है परिवार 
मेहदी के पिता का कहना है, "बेटे ने परिवार वालों को घर की विपरीत परिस्थितियों से उबरकर जो खुशी दी है, उसकी उम्मीद हमें बिल्कुल भी नहीं थी. आज जहां देखो चूड़ियां-कंगन बेचने वाले मेरे बेटे की ही चर्चा हो रही है."


इस साल यूपी बोर्ड इंटरमीडिएट परीक्षा में 82.60 फीसदी छात्र पास हुए. सीतापुर के शुभम वर्मा ने 12वीं में 97.8 फीसदी अंकों के साथ प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है.