UPSC: संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) वो संस्थान है, जो हर साल कई आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईआरएस (IRS), व आईएफएस (IFS) समेत कई काबिल ऑफिसर देश को देता है. हर साल लाखों छात्र यूपीएससी द्वारा आयोजित की जाने वाली कई परीक्षाओं के लिए आवेदन करते हैं, लेकिन उनमें से बहुत कम उम्मीदवार ही इन परीक्षाओं को पास कर ऑफिसर रैंक की नौकरी हासिल कर पाते हैं. खैर, क्या आप जानते हैं कि हमारे देश में यूपीएससी की शुरुआत कब हुई थी और किसके द्वारा की गई थी? अगर आप यूपीएससी की परीक्षा के बारे में जानते हैं, लेकिन यूपीएससी के इतिहास के बारे में नहीं, तो आइये आज हम आपको यूपीएससी के बारे में विस्तार से बताते हैं.


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भारत की सबसे कठिन परीक्षा
भारत की सबसे कठिन सिविल सेवा परीक्षा का आयोजन यूपीएससी की तरफ से ही किया जाता है. देश भर के लाखों उम्मीदवारों को सपना होता है कि वे इस परीक्षा को क्रैक कर IAS-IPS ऑफिसर का पद हासिल करें.


कब हुई UPSC की शुरूआत?
दरअसल, यूपीएससी की शुरूआत अक्टूबर 1926 में हुई थी. इसे पहले संघीय लोक सेवा आयोग कहा जाता था. लेकिन देश का संविधान लागू होने के बाद इसे संघ लोक सेवा आयोग (Union Public Service Commission) कहा जाने लगा. 


कैसे शुरू हुआ UPSC?
यूपीएससी की स्थापना ली कमीशन द्वारा 1924 में की गई सिफारिशों के चलते भारत सरकार अधिनियम 1919 के तहत 1926 में की गई थी.


कौन थे पहले अध्यक्ष?
यूपीएससी की स्थापना के बाद इसके पहले अध्यक्ष सर रॉस बार्कर थे. यूपीएससी का गठन सर रॉस बार्कर के उत्तराधिकारियों द्वारा मॉडल और परंपराओं के मुताबिक HCSUK की तरफ से किया गया था.


भारतीय संविधान
भारत के संविधान के अनुच्छेद 378 में संघ लोक सेवा आयोग (UPSC) के संबंध में कुछ प्रावधान दिए गए हैं.


भर्तियां 
यूनियन पब्लिक सर्विस कमिशन की तरफ से ऑल इंडिया लेवल पर आईएएस (IAS), आईपीएस (IPS), आईआरएस (IRS), आईएफएस (IFS), आईएफओएस (IFoS), आईएएएस (IAAS), आईआरएएस (IRAS) समेत कई पदों पर वैकेंसी निकाली जाती है.