Open Book Exam: क्या है ओपन बुक एग्जाम का कॉन्सेप्ट, क्या सच में बुक खोल कर दे सकते हैं परीक्षा? जानें पूरी डिटेल
Open Book Exam: ओपन बुक एग्जाम छात्रों को रटने से परे गहन सोच और समझ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है. इससे छात्रों को सभी फैक्ट्स याद रखने की भी आवश्यकता नहीं होती है.
Concept of Open Book Exam: इस समय ओपन बुक एग्जाम काफी सुर्खियों में है. सेंट्रल बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (CBSE) ने ओपन बुक एग्जाम सिस्टम को अपनाने की पेशकश की है. सीबीएसई अगले परीक्षा सत्र से ओपन बुक एग्जाम सिस्टम को लागू भी कर सकता है. हालांकि, अभी इसको लेकर कोई पुष्टि नहीं की गई है. लेकिन स्टूडेंट्स के मन में इस फॉर्मेट को लेकर कई सवाल हैं. स्टूडेंट्स का पहला सवाल है कि क्या वे ओपन बुक एग्जाम सिस्टम में बुक खोलकर परीक्षा देंगे, तो ऐसे में बता दें कि जी हां, स्टूडेंट्स बुक खोलकर परीक्षा दे सकेंगे. लेकिन परीक्षा में सवालों के आंसर देना इतना आसान नहीं होगा. इसके लिए आपको ओपन बुक एग्जाम फॉर्मेट को समझना होगा.
ओपन बुक एग्जाम क्या है?
ओपन बुक एग्जाम एक ऐसा परीक्षा फॉर्मेट है, जिसमें छात्रों को परीक्षा के दौरान अपनी पाठ्यपुस्तकें, नोट्स और अन्य स्टडी मटेरियल का उपयोग करने की अनुमति दी जाती है.
ओपन बुक एग्जाम कैसे काम करता है?
ओपन बुक एग्जाम में, छात्रों को परीक्षा के दौरान अपनी किताबों और नोट्स का उपयोग करके प्रश्नों के उत्तर देने होते हैं. प्रश्न आमतौर पर विश्लेषणात्मक (Analytical) और समस्या-समाधान (Problem Solving) पर आधारित होते हैं, जिसके लिए छात्रों को कॉन्सेप्ट को समझने और उनका प्रैक्टिकल उपयोग करने की आवश्यकता होती है. ऐसे में अगर आपके कॉन्सेप्ट क्लियर हैं, तभी आप ओपन बुक फॉर्मेट का फायदा उठा सकेंगे, वरना परीक्षा के दौरान बुक खोलकर भी आप सही आंसर नहीं लिख पाएंगे.
ओपन बुक एग्जाम के फायदे
1. ओपन बुक एग्जाम छात्रों को रटने से परे गहन सोच और समझ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है.
2. यह छात्रों के तनाव और चिंता को कम करने में मदद करता है, क्योंकि उन्हें सभी फैक्ट्स को याद रखने की आवश्यकता नहीं होती है.
3. यह छात्रों को अपनी स्टडी मटेरियल को व्यवस्थित करने और परीक्षा के दौरान प्रभावी ढंग से इस्तेमाल करने में मदद करता है.
ओपन बुक एग्जाम के नुकसान
1. ओपन बुक एग्जाम परीक्षाओं में धोखाधड़ी और नकल को बढ़ावा दे सकता है.
2. यह उन छात्रों के लिए अनुचित हो सकता है, जो किताबों और नोट्स के बिना परीक्षा में बेहतर प्रदर्शन करते हैं.
3. ओपन बुक एग्जाम को आयोजित करने और उसका मूल्यांकन करने के लिए अधिक समय और संसाधनों की आवश्यकता होती है.
क्या ओपन बुक एग्जाम का भविष्य उज्ज्वल है?
ओपन बुक एग्जाम शिक्षा में एक उभरता हुआ फॉर्मेट है. यह छात्रों को रटने से परे गहन सोच और समझ पर ध्यान केंद्रित करने के लिए प्रोत्साहित करता है. हालांकि, ओपन बुक एग्जाम से जुड़े कुछ नुकसान भी हैं, जैसे कि धोखाधड़ी और नकल की संभावना. इसलिए यह देखना बाकी है कि ओपन बुक एग्जाम शिक्षा में एक स्टेबल फॉर्मेट बन पाएगा या नहीं.