Who is Big Lawyer or Advocate: वकील और अधिवक्ता दोनों ही न्यायिक प्रणाली में अहम भूमिका निभाते हैं. दोनों को ही कानूनों, नियमों और विनियमों का व्यापक ज्ञान होता है और वे जटिल कानूनी मुद्दों की जांच करने में अच्छी तरह ट्रेंड होते हैं. फिर भी, इन प्रोफेशन के बीच एक बड़ा अंतर है. वकील और अधिवक्ता के बीच अंतर न्यायपालिका के भीतर उनकी भूमिकाओं में  है. वकील विशेषज्ञ कानूनी सलाह देते हैं जबकि अधिवक्ता मुख्य रूप से अदालत में मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व करते हैं. यहां हम आपको बता रहे हैं एक वकील और एक अधिवक्ता के बीच क्या अंतर है?


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वकील और एडवोकेट के बीच अंतर


परिभाषा के आधार पर अंतर


हालांकि, दोनों शब्द, यानी वकील” और एडवोकेट” आम लोगों को काफी हद तक एक जैसे लगते हैं और अक्सर एक दूसरे के स्थान पर इस्तेमाल किए जाते हैं. फिर भी, दोनों के बीच एक बड़ा अंतर है जिस पर कानूनी शब्दों में बात करते समय जोर दिया जाना चाहिए, और सबसे बड़ा अंतर केवल परिभाषा पर आधारित है.


वकील एक कानूनी व्यक्ति होता है जिसने लॉ में एलएलबी या इंटीग्रेटेड लॉ की डिग्री प्राप्त की है. वकील शब्द का इस्तेमाल कानूनी पेशे में किसी भी व्यक्ति को नामित करने के लिए किया जाता है जिसमें सॉलिसिटर, बैरिस्टर और अटॉर्नी शामिल हैं. अधिवक्ता वह व्यक्ति होता है जो कानूनी कार्यवाही में क्लाइंट को रिप्रजेंट करता है.


जिम्मेदारियों के आधार पर अंतर


वकीलों की जिम्मेदारियों में निम्नलिखित शामिल हैं:


  • ट्रायल और सुनवाई में हिस्सा लेना

  • पुलिस और इन्वेस्टिगेटर के साथ कोलेबरेट करना

  • किसी मामले की समीक्षा करना और क्लाइंट को कानूनी राय प्रदान करना

  • मामले से संबंधित अपने क्लाइंट और गवाहों के साथ इंटरव्यू, असेस्मेंट और मीटिंग निर्धारित करना

  • रिसर्च करना और अपने क्लाइंट के सपोर्ट में साक्ष्य एकत्र करना

  • ग्राहकों को उनके कानूनी मामलों में उनके संवैधानिक अधिकारों के बारे में सलाह देना


अधिवक्ताओं की जिम्मेदारियां इस प्रकार हैं.


  • पुलिस और इनवेस्टिगेटर को कार्यवाही में अच्छी तरह से तैयार होने में हेल्प करना

  • न्यायालय के अधिकारियों के खिलाफ शिकायतों की सूचना प्राधिकारियों को देना

  • मामले से संबंधित जरूरी कानूनी रिसर्च करना

  • न्यायालय शिष्टाचार और उचित आचरण का पालन करना

  • किसी कानूनी मामले में निष्कर्ष पर पहुंचने के लिए अदालत को जरूरी सुबूत उपलब्ध कराना.


प्रक्टिस का दायरा


वकील मदद मांगने वाले व्यक्तियों और यहां तक ​​कि कंपनियों, कॉलेजों या विश्वविद्यालयों जैसे संगठनों को कानूनी सलाह दे सकते हैं. सलाह देने के अलावा वे कानूनी प्रक्रिया में आवश्यक दस्तावेजों का मसौदा भी तैयार करते हैं, लेकिन वे कानून की अदालत में प्रैक्टिस नहीं कर सकते.


एक अधिवक्ता अपने मुवक्किलों की वकालत करने और उनका प्रतिनिधित्व करने में माहिर होता है. अगर वकील कोर्ट में प्रैक्टिस करना चाहते हैं तो वे भी ऐसा कर सकते हैं बशर्ते कि वे किसी राज्य बार काउंसिल में रजिस्टर हों. खुद को रजिस्टर करने के बाद, आपको मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व करने और कोर्ट में उनका बचाव करने के लिए ऑल इंडिया बार परीक्षा भी पास करनी होगी.


वकील कौन है?


वकील वह व्यक्ति होता है जिसने कानून की डिग्री प्राप्त की हो. वकील कई प्रकार के होते हैं, जैसे अधिवक्ता, एटॉर्नी, सॉलिसिटर आदि. कॉरपोरेट सेक्टर में काम करने वाले लॉ ग्रेजुएट को कोर्ट में अपने मुवक्किलों का बचाव करने की अनुमति नहीं होती है, इसलिए उन्हें अधिवक्ता नहीं कहा जा सकता.


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अधिवक्ता कौन है?


एक अधिवक्ता अदालत में अलग अलग मामलों में अपने मुवक्किलों का प्रतिनिधित्व करने के लिए अधिकृत होता है. वे अपने मुवक्किलों का बचाव और प्रतिनिधित्व करने तथा मामले की प्रकृति के आधार पर अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के उद्देश्य से काम करते हैं.


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