Shambhavi Choudhary Education: बिहार की युवा सांसद शांभवी चौधरी ने गुरुवार को घोषणा की है कि वह अपने समस्तीपुर निर्वाचन क्षेत्र में लड़कियों की पढ़ाई को बढ़ावा देने के लिए अपने पूरे पांच साल के कार्यकाल का वेतन समर्पित करेंगी.


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लोकसभा चुनाव के दौरान प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा "सबसे युवा राजग उम्मीदवार" के रूप में पॉपुलरिटी पाने वाली चौधरी ने एक बयान में कहा कि इस राशि का इस्तेमाल 'पढ़ेगा समस्तीपुर तो बढ़ेगा समस्तीपुर' नाम के अभियान के लिए किया जाएगा.


कौन हैं शांभवी चौधरी
शांभवी, बिहार के सीएम नीतीश कुमार के करीबी मंत्री अशोक चौधरी की बेटी हैं. इसके अलावा वह पूर्व आईपीएस अधिकारी कुणाल किशोर की बहू हैं. शांभवी ने पहली बार चुनाव जीतकर राजनीति में एंट्री मारी है.


शांभवी चौधरी (Shambhavi Choudhary) ने दिल्ली यूनिवर्सिटी के लेडी श्रीराम कॉलेज और दिल्ली स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स से पढ़ाई की हैं. इसके अलावा उन्होंने एमिटी यूनिवर्सिटी से समाजशास्त्र में पीएचडी की हुई है. शांभवी लोकसभा चुनाव लड़ने वाली सबसे कम उम्र की दलित महिला प्रत्याशी थीं. उनके दादा महावीर चौधरी कांग्रेस से बिहार के पूर्व मंत्री थे. शांभवी चौधरी के पति शायन कुणाल हैं. शायन और शांभवी की साल 2022 में शादी हुई थी.


केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान की अध्यक्षता वाली लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) की सांसद ने कहा, "पांच साल के दौरान मुझे सैलरी के रूप में जो पैसा मिलेगा, उसे उन लड़कियों की मदद करने के उद्देश्य से प्रोग्राम के लिए खर्च किया जाएगा, जो आर्थिक तंगी के कारण पढ़ाई छोड़ देती हैं."


उन्होंने कहा, "इस कार्यक्रम की शुरुआत उसी दिन हुई है जिस दिन समस्तीपुर जिले की स्थापना हुई थी. यह कदम लोगों से किए गए मेरे वादे कि मुझे वोट देकर उन्हें सिर्फ एक सांसद नहीं, बल्कि एक बेटी मिलेगी, के अनुरूप है."


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