Animals In Winter: दुनियाभर के ज्यादातर देश इस समय ठंड का कहर झेल रहे हैं. कई हिस्सों में तो जमकर ठंडी पड़ रही है, जिसका असर इंसानों के साथ जानवरों पर भी हो रहा है, लेकिन क्या आप जानते हैं कि कुछ जानवरों को बिल्किल सर्दी नहीं लगती. चलिए जानते हैं इसके बारे में...
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Why Polar Bears Not Feel Cold: दुनिया भर में सर्दियों का मौसम कई देशों में बेहद ठंडा हो जाता है. बर्फबारी और माइनस डिग्री टेम्प्रेचर को झेल पाना इंसानों के साथ-साथ जानवरों के लिए भी चैलेंजिंग साबित होता है. इस समय भी दुनिया के कई हिस्सों में जमकर बर्फबारी हो रही है, जिसके कारण आम लोगों का जीना मुश्किल हो रखा है. वहीं, इस धरती पर कुछ ऐसे भी जानवर मौजूद हैं, जो बर्फबारी में भी आराम से बाहर घूमते हैं. इनमें सबसे खास है ध्रुवीय भालू. आइए जानते हैं कैसे यह अनोखा जानवर ठंड से बचता है और बर्फ में घूमता रहता है.
सर्दियों में जानवरों पर पड़ता है असर
ठंड का असर जानवरों पर भी पड़ता है. कई जानवर कड़क सर्दी में जीवित नहीं रह पाते और उनकी मौत हो जाती है. ठंड के कारण उनके शरीर की ऊर्जा कम हो जाती है, जिससे वे शिकार करने या खुद को गर्म रखने में असमर्थ हो जाते हैं. लेकिन कुछ खास जानवर, जैसे ध्रुवीय भालू, ठंड के प्रकोप से बचने में सफल रहते हैं.
ठंड से कैसे बचता है ध्रुवीय भालू?
ध्रुवीय भालू के शरीर में विशेष संरचना होती है, जो इसे ठंड से बचाती है. इसके शरीर में 4 से 4.5 इंच तक मोटी चर्बी की परत होती है, जो ठंड को रोकने में मदद करती है. इसके अलावा, इसकी त्वचा काली होती है, जो सूरज की गर्मी को अवशोषित करती है. इनकी दोहरी फर की परतें ठंड को अंदर जाने से रोकती हैं और शरीर को गर्म रखती हैं.
बर्फ में ध्रुवीय भालू का जीवन
ध्रुवीय भालू का अधिकांश समय समुद्री बर्फ पर बीतता है. यह न केवल शिकार करने के लिए बर्फ का उपयोग करता है, बल्कि आराम, प्रजनन और बच्चों की देखभाल भी वहीं करता है. ठंडे पानी में तैरने के दौरान भी इसकी वसा की मोटी परत इसे गर्म रखती है. यह जानवर बर्फ का उपयोग तौलिए की तरह करता है और बर्फ में लोटकर खुद को सुखाता है.
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ये जानवर भी ठंड क्षेत्रों में रहते हैं आराम से
सर्दियों में अधिकतर जानवर ठंड से प्रभावित होते हैं, लेकिन कुछ अनोखे जानवर जैसे ग्रेट ग्रे उल्लू, मस्कॉक्सन और स्नो लेपर्ड ठंडे वातावरण में आसानी से जीवित रहते हैं. ये जानवर अपनी अनुकूलित शारीरिक संरचनाओं के कारण बर्फीले क्षेत्रों में भी सक्रिय रहते हैं.
ध्रुवीय भालू का पर्यावरण पर प्रभाव
ध्रुवीय भालू सिर्फ अपनी अनूठी क्षमता के लिए ही नहीं, बल्कि इनवायरमेंट पर अपने प्रभाव के लिए भी महत्वपूर्ण हैं. समुद्री बर्फ का पिघलना इनके जीवन पर खतरा पैदा कर रहा है. यह जानवर जलवायु परिवर्तन का सामना कर रहे हैं, जिससे उनके अस्तित्व पर संकट गहराता जा रहा है.
चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में टिके रहना
ध्रुवीय भालू की अनुकूलन क्षमता हमें सिखाती है कि चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में कैसे टिके रहें. इसके विशेष शरीर संरचना और व्यवहार इसे कठोर परिस्थितियों में भी जीवित रहने में मदद करते हैं. साथ ही यह हमारे लिए एक चेतावनी है कि हमें अपने पर्यावरण को संरक्षित करने की कितनी जरूरत है.