Former PM Vishwanath Pratap Singh Wife: विश्वनाथ प्रताप सिंह भारत के आठवें प्रधानमंत्री थे. राजीव गांधी सरकार के पतन के कारण प्रधानमंत्री बने विश्वनाथ प्रताप सिंह ने आम चुनाव के माध्यम से 2 दिसंबर 1989 को यह पद मिला था. पर्सनल लाइफ की बात करें तो उन्होंने इलाहाबाद और पूना विश्वविद्यालय में पढ़ाई की थी. वह 1947-1948 में उदय प्रताप कॉलेज, वाराणसी के स्टूडेंट यूनियन के प्रेसिडेंट रहे. वह इलाहाबाद विश्वविद्यालय की स्टूडेंट यूनियन में वाइस प्रेसिंडेंट भी थे. 


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पूर्व पीएम वीपी सिंह ने 25 जून 1955 को राजस्थान के देवगढ़-मदारिया के राजा की बेटी राजकुमारी सीता कुमारी से शादी की. यह एक अरेंज मैरिज थी. शादी के दिन वह 24 साल के हो गए और वह 18 साल की थीं. सीता कुमारी उदयपुर के महाराणा प्रताप की वंशज एक सिसौदिया राजपूत हैं. दंपति के दो बेटे थे, अजेय सिंह (जन्म 1957), जो न्यूयॉर्क शहर में चार्टर्ड अकाउंटेंट थे, और अभय सिंह (जन्म 1958), नई दिल्ली में ऑल इंडिया इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंस (एम्स) में डॉक्टर थे. उनकी मृत्यु के बाद, उनके बड़े बेटे अजेय सिंह ने 2007 में मांडा एस्टेट के 42वें राजा बहादुर के रूप में शपथ ली और सिंह की मृत्यु के दो साल बाद साल 2009 में, उन्होंने अपनी पार्टी जन मोर्चा का भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में विलय कर दिया.


पूर्व पीएम वीपी सिंह ने 1957 में उन्होंने भूदान आन्दोलन में सक्रिय भूमिका निभाई थी. सिंह ने अपनी जमीनें दान में दे दीं. इसके लिए पारिवारिक विवाद हुआ, जो कि कोर्ट पहुंचा था. वह इलाहाबाद की अखिल भारतीय कांग्रेस समिति की एग्जीक्यूटिव सेल के सदस्य भी रहे. 1989 के लोकसभा चुनाव में किसी पार्टी को बहुमत नहीं मिला. गठबंधन की सरकार बनी और वीपी सिंह प्रधानमंत्री बने. उन्होंने मंडल कमीशन की सिफारिशें लागू कर दीं. 


पूर्व पीएम विश्वनाथ प्रताप सिंह का जन्म 25 जून 1931 उत्तर प्रदेश के इलाहाबाद जिले में एक राजपूत जमीनदार परिवार में हुआ था. साल  1969-1971 में वह उत्तर प्रदेश विधानसभा में पहुंचे. उन्होंने उत्तर प्रदेश में मुख्यमंत्री का कार्यभार भी संभाला. उनका मुख्यमंत्री कार्यकाल 9 जून 1980 से 28 जून 1982 तक ही रहा. इसके बाद वह 29 जनवरी 1983 को  बने.