Sarkari Jobs Notification: सरकारी बैंको में काम करने की उम्मीद में बैठे लोगों के लिए एक बड़ी खुशखबरी है. वित्त मंत्रालय (Finance Ministry) ने बुधवार को सरकारी बैंकों के अधिकारियों की मीटिंग रखी है. इसमें बैंक और उनके कर्मचारियों का रिव्यू किया जाएगा. जिस तरह से पिछले 10 सालों में सरकारी बैंकों की शाखाओं में 28 फीसद का इजाफा हुआ है उस हिसाब से बैंकों में क्लेरिकल और जूनियर स्टाफ की भारी कमी देखी जा रही हैं. हाल ही केंद्र सरकार ने दिसंबर 2023 तक 10 लाख सरकारी नौकरी देने का टारगेट तय किया है. इस हिसाब से अनुमान है कि बैंकिंग सेक्टर में काफी नौकरियां आ सकती हैं. प्राइवेट बैंक के यूजर ज्यादातर ऑनलाइन ट्रांजैक्शन पसंद करते हैं वहीं सरकारी बैंकों के ग्राहक गांव में भी हैं और वो इंटरनेट के इस्तेमाल में उतने सहज नहीं हैं. बैंक की शाखाओं में जिस तरह से बढ़ोत्तरी देखने को मिली है उस हिसाब से कर्मचारियों की संख्या अब भी कम है. सरकार इन्हीं रिक्त पदों को जल्द भर सकती है.


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क्या कहते हैं आरबीआई के आंकड़े


आरबीआई के आंकड़ों पर नजर डालेंगे तो पता चलेगा कि साल 2010-11 में करीब 7.76 लाख कर्मचारी बैंको में अपनी सेवा दे रहे थे. जो साल 2020-21 में केवल 7.71 लाख रह गए. वहीं पिछले 10 साल में सरकारी बैंकों की शाखाओं की संख्या 67,466 से बढ़कर 86,311 हो चुकी है. जिन पदों की संख्या में कमी आई है वो क्लर्क और जूनियर स्टाफ के पद हैं लेकिन अधिकारियों की संख्या में 26 फीसदी इजाफा देखा गया है. गौरतलब है कि क्लर्क और जूनियर स्टाफ की भर्तियां भी कम ही की गई थीं. 


2023 तक 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी


जून के महीने में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा था कि दिसंबर 2023 तक 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का उनकी सरकार का टारगेट है. हाल ही में फाइनेंस मिनिस्टर निर्मला सीतारमण (Nirmala Sitharaman) ने भी इस ओर इशारा किया था कि बैंकों में फ्रंट डेस्क पर स्थानीय भाषा की जानकारी रखने वालों को वरीयता दी जाए. बैंकरों ने भी बताया है कि उनके यहां पर ब्रांच लेवल पर स्टाफ की काफी कमी है. 


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