IAS Satyam Gandhi UPSC: जब घर के बच्चे बड़े होकर अफसर बनते तो फिर घर का माहौल अलग होता है. आज हम एक ऐसे ही सरकारी अफसर IAS अधिकारी की बात कर रहे हैं. जिन्होंने अपने घर का नाम रोशन किया है. हम बात कर रहे हैं बिहार के समस्तीपुर के सत्यम कुमार गांधी की.


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सत्यम ने मई 2019 में सिविल सर्विसेज के लिए अपनी जर्नी शुरू की, जब वह ग्रेजुएशन के थर्ज ईयर में थे. उन्होंने किसी कोचिंग सेंटर की मदद लेने के बजाय घर पर बंद कमरे में रोजाना 12 घंटे पढ़ाई करने को प्राथमिकता दी.


सत्यम ने केंद्रीय विद्यालय से अपनी स्कूली शिक्षा पूरी की और दिल्ली विश्वविद्यालय के दयाल सिंह कॉलेज से राजनीति विज्ञान में बीए (ऑनर्स) में ग्रेजुएशन किया. सत्यम ने कहा कि उनके दादा चाहते थे कि परिवार में कोई आईएएस अधिकारी बने और उन्होंने उस सपने को पूरा करने का मन बना लिया.


सत्यम दिल्ली के राजेंद्र नगर में रहने लगे, जिसे सिविल सेवा कैंडिडेट्स का सेंटर माना जाता है. जबकि राजेंद्र नगर में बहुत कोचिंग सेंटर हैं, सत्यम केवल अपनी पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल चाहते थे.


सत्यम ने कहा कि प्रारंभिक परीक्षा की तैयारी करते समय अर्थशास्त्र, राजनीति और इतिहास सबसे जरूरी सब्जेक्ट हैं. प्रीलिम्स की तैयारी कर रहे कैंडिडेट्स को करंट अफेयर्स के साथ-साथ इन सब्जेक्ट पर भी ज्यादा ध्यान देना चाहिए. उन्होंने राजनीति विज्ञान को ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना था.


जब उन्होंने एग्जाम क्लियर किया तो उनका कहना था कि  पहला फेज बीत चुका है और अब आने वाले सालों में वह देश के ग्रामीण विकास में योगदान देना चाहते हैं. वे 18 साल से बिहार में हैं और अपनी पोस्टिंग के लिए बिहार कैडर को प्राथमिकता देना चाहते हैं. उनका कहना है कि वह बिहार के लोगों की रोजाना की समस्याओं को समझते हैं और उनकी मदद करना चाहेंगे.


भविष्य के उम्मीदवारों के लिए उनकी सलाह है कि हर दिन 10 घंटे सेल्फ स्टडी करें. कैंडिडेट्स को साप्ताहिक और मासिक टारगेट निर्धारित करना चाहिए और उनका लक्ष्य और फोकस स्पष्ट होना चाहिए.


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