UPSC Civil Services Exam भारत की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक मानी जाती है. कई यूपीएससी कैंडिडेट्स इसे 3-4 अटेंप्ट में ही पास कर लेते हैं. हालांकि कुछ को उनकी वांछित रैंक आईएएस नहीं मिल सकी, जो यूपीएससी सीएसई परीक्षा में टॉप पद है. कुछ लोग आईएएस रैंक प्राप्त होने तक हाई-प्रोफाइल परीक्षा में फिर से शामिल होते हैं.


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इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे शख्स के बारे में बताएंगे जिन्होंने अपने चौथे अटेंप्ट में यूपीएससी क्रैक किया और आईआरएस सर्विस के लिए चुने गए, लेकिन उन्होंने दोबारा परीक्षा दी और आईएएस बन गए. इनका नाम है यादव सूर्यभान. लेकिन आईएएस यादव सूर्यभान कौन हैं?


यादव सूर्यभान ने अपने पांचवें प्रयास में यूपीएससी सीएसई 2022 में सफलता हासिल की है. उन्होंने अखिल भारतीय रैंक (एआईआर) 27 हासिल की. ​​उन्होंने गणित को अपने ऑप्शनल सब्जेक्ट के रूप में चुना था. वह वर्तमान में आईआरएस प्रोबेशनर के रूप में तैनात हैं. अब वह प्रतिष्ठित भारतीय प्रशासनिक सेवा (आईएएस) में शामिल होंगे. फाइनल रिजल्ट में उन्हें 1027 अंक मिले.


सूर्यभान महाराष्ट्र के पालघर जिले के नालासोपारा शहर के रहने वाले हैं. वह पहली बार 2017 में यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा में शामिल हुए, लेकिन सफल नहीं हो सके. हालांकि, सूर्यभान 2020 में अपने चौथे प्रयास में AIR 488 के साथ इसे पास करने में सफल रहे. उन्हें भारतीय राजस्व सेवा (IRS) के लिए चुना गया. सूर्यभान ने उसी साल AIR 57 हासिल करते हुए भारतीय वन सेवा परीक्षा (IFoS) भी पास की.


क्योंकि अब उनके पास दो ऑप्शन थे, उन्होंने IFoS के स्थान पर IRS को चुना, लेकिन आईएएस अधिकारी बनने की उनकी इच्छा ने उन्हें प्रयास जारी रखने के लिए प्रेरित किया. सूर्यभान ने आईएएस पद पाने के लिए अपनी तैयारी जारी रखी और आखिरकार, अपने 5वें अटेंप्ट में, उन्होंने AIR 27 के साथ यूपीएससी सीएसई 2022 में सफलता हासिल की और आईएएस बन गए.


उन्होंने भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (बनारस हिंदू विश्वविद्यालय), वाराणसी से मैकेनिकल इंजीनियरिंग में ग्रेजुएशन की उपाधि प्राप्त की. आईआईटी-बीएचयू में पढ़ाई के दौरान ही उन्होंने यूपीएससी के लिए प्रयास करने का फैसला किया.