IAS, आईपीएस और आईएफएस ऑफिसर बनने के लिए सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक यूपीएससी परीक्षा है. परीक्षा में पास होने के लिए घंटों तक लगातार पढ़ाई करनी पड़ती है. हर साल लाखों कैंडिडेट्स आईएएस, आईएफएस और आईपीएस बनने के लिए परीक्षा देते हैं. उनमें से केवल कुछ ही लोग सबसे अधिक कंपटीटिव एग्जाम में सफल होते हैं, जिसमें तीन पार्ट होते हैं. प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू. आज हम बात कर रहे हैं आईएफएस ऑफिसर इशिता भाटिया की. 


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इशिता भाटिया ने अपनी जर्नी के बारे में बताया. उनकी आईएफएस अफसर की यात्रा के बारे में जानने के बाद यूपीएससी की तैयारी करने वालों को मोटिवेशन मिलेगा. इशिता भाटिया 24 साल की उम्र में यूपीएससी क्लियर करने के बाद आईएएफएस अफसर बन गई थीं. इससे पहले भी उन्होंने सरकारी नौकरी के लिए अलग अलग एग्जाम दिए थे, लेकिन उनका रिजल्ट उनके मन मुताबिक नहीं आया. 


इशिता भाटिया ने साल 2019-2020 में यूपीएससी प्री दिया था. इसके बाद रिजर्व बैंक ग्रेड बी का एग्जाम दिया 2020 में. इसके बाद 2020 में ही यूपीएससी सीएपीएफ दिया फिर यूपीएससी सीडीएस 2020 दिया. वह इस एग्जाम के इंटरव्यू में शामिल नहीं हुई थीं. ईसीजीसी पीओ 2021 दिया. फिर 2021 में ही इंटेलिजेंस ब्यूरो का एग्जाम दिया.  इसके बाद एएआई एटीसी 2021 दिया. फिर हिमाचल प्रदेश पब्लिक सर्विस कमीशन प्री 2021 दिया और फिर सीएटी 2021 दिया. 



उन्होंने खुद बताया कि यूपीएससी सीएसई और आईएफएस प्रीलिम्स 2021 तक एक भी परीक्षा पास नहीं हुई थी. उन्होंने ये सभी एग्जाम 1-2 साल के अंदर दिए थे. जो बात मायने रखती है वह यह है कि आप बीच में कभी नहीं रुकते. इसके अलावा इन सभी चीजों से आपको लर्निंग मिलती है. हमें पछतावा और खुद पर संदेह नहीं करना चाहिए. आगे बढ़ने के लिए बस अपनी स्ट्रेंथ को बनाए रखना चाहिए.