Independence Day Speech: स्वतंत्रता दिवस पर देना है भाषण तो ये रहा आसान तरीका? आपके 2 मिनट बोलने के बाद ताली बजाते रहेंगे लोग
15th August Speech: दोस्तों आपको पता ही होगा की अंग्रेजों से यह आजादी हमें ऐसे ही नहीं मिली इस आजादी को पाने के लिए देश के महापुरुषों ( महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद , सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल आदि ) और स्वतंत्रता सेनानियों ने त्याग , तपस्या और खून का बलिदान दिया तब जाकर ये आजादी मिली.
Independence Day Speech In Hindi: वैसे तो आपने 15 अगस्त पर बहुत से भाषण सुने होंगे. यदि आप 15 अगस्त पर स्पीच की तैयारी कर रहे हैं तो हम आपको यहां 15 अगस्त पर दी जाने वाली स्पीच के कुछ उदाहरण देकर आपको बता रहे हैं की स्वतंत्रता दिवस पर दी जाने वाली Speech (भाषण) कैसी होनी चाहिए. भाषण में आपको सबसे पहले आदरणीय अतिथियों और अपने शिक्षकों के सम्मान में दो लाइन कहें. यहां हम आपको भाषण का प्रारूप बता रहे हैं.
आदरणीय अतिथि महोदय, आदरणीय प्रधानाचार्यजी, सभी अध्यापकगण, अभिभावक और मेरे प्यारे दोस्तों जैसा कि आप सभी जानते ही है कि आज हम यहां पर अपने देश का 76वां स्वतंत्रता दिवस मनाने के उपलक्ष्य में एकत्रित हुए है. सबसे पहले मैं आप सभी को स्वतंत्रता दिवस की हार्दिक बधाई देता हूं/देती हूं.15 अगस्त भारतवर्ष का राष्ट्रीय पर्व है. भारत देश वर्ष 1857- वर्ष 1947 तक स्वतंत्रता संग्राम लड़ने के पश्चात ब्रिटिश शासन से 15 अगस्त साल 1947 को आजाद हुआ और एक स्वतंत्र राष्ट्र बना. तभी से भारतवासी इस दिन को “स्वतंत्रता दिवस” के रूप में बहुत धूम-धाम और हर्षोउल्लास से मनाते है.
दोस्तों आपको पता ही होगा की अंग्रेजों से यह आजादी हमें ऐसे ही नहीं मिली इस आजादी को पाने के लिए देश के महापुरुषों ( महात्मा गांधी, भगत सिंह, नेताजी सुभाष चंद्र बोस, चंद्रशेखर आजाद , सरदार वल्लभभाई पटेल, लाला लाजपत राय, रामप्रसाद बिस्मिल आदि ) और स्वतंत्रता सेनानियों ने त्याग , तपस्या और खून का बलिदान दिया तब जाकर ये आजादी मिली. जब हमारा देश अंग्रेजों का गुलाम था तो अंग्रेजों ने हम भारतीयों के ऊपर बहुत अत्याचार किए.
15 August भारत देश के गर्व और सौभाग्य का दिवस है. यह पर्व हमारे हृदय में नई स्फूर्ति, नई आशा, उत्साह तथा देश-भक्ति का संचार है. स्वतंत्रता दिवस हमें इस बात बात की याद दिलाता है कि हमने कितनी कुर्बानियां देकर यह आजादी पाई है, जिसकी रक्षा हमें हर कीमत पर करनी है. चाहे हमे इसके लिए अपने प्राणों का त्याग क्यों न करना पड़ें. इस प्रकार हम स्वतंत्रता दिवस के पर्व को पूर्ण उत्साह, उमंग और जोश के साथ मनाते है और राष्ट्र की स्वतंत्रता और सार्वभौमिकता की रक्षा का प्रण लेते है. जाते-जाते मैं बस इतना ही कहना चाहूंगी/चाहूंगा कि –
भूल न जाना भारत मां के सपूतों का बलिदान,
इस दिन के लिए जो हुए थे हंसकर कुर्बान,
आजादी की खुशियां मनाकर लो शपथ ये कि,
बनाएंगे देश भारत को और भी महान.
जय हिन्द !………. जय भारत !……..