Patka Helmet Indian Army: इंडियन आर्मी से जुड़ी हर बात भारतीयों के लिए बहुत मायने रखती हैं. आज हम इससे जुड़ी एक अहम चीज के बारे में आपको बताने जा रहे हैं. आपने कभी 'पटका हेलमेट' के बारे में सुना हैं? आमतौर पर लोगों ने शायद ही सुना होगा, हो सकता है फौजियों के परिवार से जुड़े लोग जानते हो इसके बारे में, तो आइए जानते हैं कि क्या होता है 'पटका हेलमेट', कैसे और क्यों होता है इसका इस्तेमाल? 


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हेडशॉट से रखता है सुरक्षित
जानकारी के मुताबिक कश्मीर में तैनात भारतीय सैनिक लंबे समय से इस हेलमेट का इस्तेमाल कर रहे हैं. टोपी की तरह दिखने वाले इस हेलमेट को 'पटका हेलमेट' कहा जाता हैं. इसे जवानों के लिए सिर के लिए काफी सुरक्षित माना जाता है. हेडशॉट यानी सिर पर गोली लगने की स्थिति में भी यह जवानों को सुरक्षित रखता है. 


झेल सकता है हर तरह की बुलेट
सुरक्षा के लिहाज से ये हेलमेट बहुत कारगर होता है, क्योंकि यह लगभग सभी तरह की बुलेट्स का अटैक झेलने की क्षमता रखता है. हालांकि, ज्यादातर हेलमेट 7.62 एमएम और 5.56 एमएम राउंड की गोलियों के हमले को झेलने में असफल होते हैं. जानकारी के मुताबिक पटका हेलमेट 9 एमएम की बुलेट झेल सकते हैं. वहीं, स्पेशल एडजस्टमेंट के साथ यह AK-47 की गोलियों से भी फौजियों को सुरक्षा प्रदान कर सकते हैं. 


पहनने में आरामदायक 
पटका हेलमेट के अंदर का भाग काफी सॉफ्ट होता है, इसलिए ये पहनने में काफी आरामदायक होते हैं. इसे पहनने के लंबे समय के बाद भी जवान थकान महसूस नहीं कर सकते हैं. ठंड के मौसम में यह हेलमेट काफी उपयोगी होता है, क्योंकि इससे गर्मी का एहसास होता है.


पटका हेलमेट की इन्हीं खासियतों के चलते यह लंबे समय तक भारतीय फौजियों की पहली पसंद रहा है. जानकारी के मुताबिक ये हेलमेट देश में ही तैयार किए जाते हैं. इन्हें डीआरडीओ द्वारा डिजाइन और बनाया गया है. हालांकि, अब सैनिक अत्याधुनिक टेक्नोलॉजी से लैस अन्य तरह के हेलमेट का भी इस्तेमाल करते हैं.