अमरूद को हिंदी में क्या कहते हैं? अच्छे-अच्छे पढ़ाकू भी हैं फेल, असल हिंदी शब्द जानकर चौंक जाएंगे आप
Interesting Fact: अमरूद एक विदेशी फल है, लेकिन भारत की मिट्टी में यह ऐसे रचा-बसा कि आज इसकी सबसे ज्यादा खेती भारत में ही होती है. ये फारसी शब्द कब हमारी जीवन का हिस्सा बन गया पता भी नहीं चला...
Unknown Facts Of Guava: हम भारतीयों की मातृभाषा हिंदी है, जिसके साथ आम बोलचाल की भाषा में कई शब्द ऐसे घुलमिल गए है, जिन्हें पहचानना ही मुश्किल हो जाता है. इनमें से कुछ शब्दों का इस्तेमाल तो सदियों से हमारे पूर्वज और अब हम करते आ रहे हैं. ये शब्द अरबी, इंग्लिश और फारसी के होते हैं, जो इस तरह से हमारे जीवन का हिस्सा बन गए है कि कई बार तो किसी शब्द को असल में हिंदी में क्या कहा जाता है ये भी पता नहीं होता है.
आज हम एक ऐसे ही शब्द अमरूद के बारे में यहां बात करेंगे है, जिसके बारे में जानकर आपको बहुत हैरानी होगी. आप सभी को यही लगता रहा होगा कि अमरूद एक हिंदी शब्द है, लेकिन यह एक फारसी शब्द है. आइए जानते हैं क्या है अमरुद का असल हिंदी शब्द...
अमरूद एक फारसी शब्द है, जिसे हमारे देश में कई जगहों पर स्थानीय भाषा में जामफल भी कहा जाता है. कभी अमरूद को गरीबों का फल माना जाता था, लेकिन अब इसके गुणों का लोहा पूरी दुनिया मानती है. आसानी से उपलब्ध होने वाला यह पौष्टिक फल सेहत को दुरुस्त रखता है.
कैसे भारत आया अमरूद?
इस विदेशी फल से भारत ने बहुत ही अपनापन दिखाया है. अब तो लगता है कि यह जैसे हमारे देश का ही फल है. दरअसल, पुराने समय में व्यापार के लिए पुर्तगाली व्यापारियों का भारत आना-जाना लगा रहता था. इसी दौरान किसी पुर्तगाली द्वारा अमरूद का फल भारत लाया गया था. इतिहास खंगालने पर पता चलता है कि भारत में अमरूद शब्द का इस्तेमाल करीब 16वीं-17वीं शताब्दी से किया जा रहा है.
इस समय भारत में फारसी भाषा बहुत चलन में थी. फारसी शब्दों का इस्तेमाल करना भारतीय लोग ज्यादा पसंद करने लगे थे. इसी तरह फारसी शब्द अमरूद को भी अपना लिया गया. इस तरह से आम बोलचाल में इस शब्द का भी इस्तेमाल होने लगा. तक से लेकर आज तक यह फारसी शब्द अमरूद ही पीढ़ी दर पीढ़ी लोगों की जबान पर चढ़ता गया.
अब भारत में होती है अमरूद की सबसे ज्यादा उपज
भारत की जलवायु और मिट्टी इस फल को भा गई, तब से आज तक हम इसकी सफलतापूर्वक खेती की जा रही है. अब अमरूद की सबसे ज्यादा उपज वाले देशों में भारत का नाम शुमार है. हैरानी की बात तो यह है कि भारत उन देशों को भी अमरूद निर्यात करता है, जहां इसकी उत्पत्ति हुई है. भारत में कई किस्मों की अमरूद की फसलों की पैदावार होती है, जिनमें इलाहाबादी सफेदा, लाल गूदेवाला, चित्तीदार, करेला, बेदाना और अमरूद सेब सबसे ज्यादा मशहूर और पसंदीदा किस्में मानी जाती हैं.
ये हैं अमरूद का हिंदी नाम
अमरूद को हिंदी में सफरी और लताम कहते है. यह शब्द शायद ही किसी ने कभी सुना होगा. अमरुद का वैज्ञानिक नाम पीसिडियम ग्वाजावा है. इंग्लिश में गुवावा कहे जाने वाले जामफल का संबंध मायर्टेसी परिवार से है.