Commandant Manish Dubey and SDM Jyoti Maurya: बड़े पद पर जब आप होते हैं तो सबकी नजर आपके ऊपर होती है. आप जो भी अच्छा बुरा काम करते हैं कई बार लोग उसे फॉलो करने लग जाते हैं यहां तक कि मिसाल भी देने लगते हैं. आज हम बात कर रहे हैं एसडीएम ज्योति मोर्या के केस के बारे में. इसमें एक IPS अफसर का नाम भी सामने आ रहा है जिनका नाम है मनीष दुबे.


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मनीष दुबे जिला होमगार्ड्स कमांडेंट के पद पर तैनात हैं. लेकिन अब इनके ऊपर निलंबन की तलवार लटकी हुई है. तलवार लटकी हुई है इसलिए कह रहे हैं क्योंकि  यूपी होमगार्ड्स डीजी बीके मौर्या ने मनीष दुबे को सस्पेंड करने की सिफारिश को राज्य सरकार के पास भेज दिया है. अब बात आती है कि अगर मनीष दुबे सस्पेंड हो जाते हैं तो उन्हें क्या क्या सुविधाएं मिलती रहेंगी. 


अगर कमांडेंट मनीष दुबे सस्पेंड होते हैं तो उन्हें सरकारी गाड़ी का इस्तेमाल कर सकेंगे. उनसे सरकारी गाड़ी नहीं ली जाएगी. इसके अलावा वह सरकारी आवास में ही रहेंगे वह भी उनसे नहीं लिया जाएगा. अगर किसी काम से उन्हें ऑफिस बुलाया जाता है तो वह सरकारी गाड़ी से ही आ जा सकेंगे. इतना ही नहीं अगर वह कोर्ट में गवाही देने जाते हैं या फिर विभागीय जांच में शामिल होने जाते हैं तो उसका भत्ता भी मिलता रहेगा. 


सरकारी घर और गाड़ी के अलावा उनके घर पर मौजूद कर्मचारी और गार्ड्स भी मिलते रहेंगे. मेडिकल सुविधाओं की बात करें तो उनको और उनके परिवार को  सरकारी अस्पतालों में इनडोर और आउटडोर दोनों मेडिकल फैसिलिटी मिलती रहेंगी. 


कब कितनी मिलेगी सैलरी
सैलरी की बात की जाए तो तीन महीने तक 50 फीसदी सैलरी मिलती रहेगी. वहीं जांच अगर 3 महीने से ज्यादा चलती है तो सैलरी 75 फीसदी मिलने लगेगी. अगर जांच 6 महीने से ज्यादा तक चलती है तो फिर उन्हें पूरी सैलरी मिलने लगेगी. अगर वह चाहें तो पीएफ अकाउंस से अपन पैसा भी निकाल सकते हैं.