IRS Dev Prakash Meena: स्टूडेंट्स को मोटिवेट करने के लिए बस उनका हौसला बढ़ाना होता है. वह पढ़ाई तो करते हैं लेकिन सही गाइडेंस अगर उनको मिल जाए तो वह सही रास्ते पर चलते हैं. लेकिन जब उनके ऊपर पढ़ाई का दवाब होता है तो वह गलत फैसले ले लेते हैं कई बार यह जानलेवा भी हो जाता है. ऐसा ही एक मामला सामने आया है जो राजस्थान के दौसा जिले का है. यहां 10वीं क्लास की एक स्टूडेंट ने इसलिए खुदकुशी कर ली कि वह शायद 95 फीसदी से ज्यादा नंबर नहीं ला सकती थी. 


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इस पर आईआरएस अफसर देव प्रकाश मीणा ने ट्वीट किया है कि ‘कोई इन बच्चों को बताए कि मैं 10वीं में एक बार फैल हो गया था, अगले साल 43 फीसदी से पास हुआ,12वीं में 56 फीसदी और BA ऑनर्स में 48 फीसदी नंबरों के साथ पास हुआ. पढ़ाई शुरू की तो पहले अटेंप्ट में RAS अधीनस्थ सेवा में सिलेक्शन फिर UPSC की सिविल सेवा में कुल 3 बार फाइनल सेलेक्शन हुआ.’ बता दें कि देव प्रकाश मीणा का जन्म राजस्थान के दौसा में हुआ था. वह 2008 बैच के आईआरएस अफसर हैं और वर्तमान में कंडला में पोस्टेड हैं.


एक अन्य ट्वीट में आईआरएस अफसर ने पेरेंट्स को सलाह देते हुए कहा, फिर नंबरों की दौड़ की भेंट चढ़ गई एक बच्ची. बच्चों पर इतना दबाव मत डालो कि वो खुद को ही खत्म कर लें. बोर्ड परीक्षा आ रही हैं, बच्चों को इस बारे में लगातार मोटिवेट करते रहें.


आईआरएस अफसर देव प्रकाश मीणा की सफलता की कहानी बताती है कि असलता में भी सफलता छिपी होती है. असफलता से हासिल होने वाला अनुभव आपको आगे काम आएगा. प्रयास करते रहें, सफलता आपको जरूरी मिलेगी. लक्ष्य के प्रति आगे बढ़ते रहे. लगन के साथ मेहनत करते रहें. नाकामी से न घबराएं. स्कूल या कॉलेज लाइफ में मिले नंबर कभी भी आपकी कामयाबी का फैसला नहीं करते हैं.


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