Make Career In Pharmacy: आज के समय में मेडिकल की फील्ड में बहुत तरक्की हो चुकी है. कोविड-19 महामारी के बाद पूरी दुनिया ने देखा कि किस तरह से इस क्षेत्र के प्रोफेशनल्स ने लोगों की सेवा की.


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भारत में मेडिकल के क्षेत्र में करियर बनाने के लिए काफी मशक्कत करनी पड़ी है, लेकिन अगर आप सीपीएमटी और नीट जैसे एग्जाम में हिस्सा लिए  इस क्षेत्र में बिना करियर बनाना चाहते हैं तो आपके लिए बी फार्मा बेहतर विकल्प है. बैचलर ऑफ फार्मेसी कोर्स ऐसे स्टूडेंट्स के लिए ही बना है.


बी फार्मेसी में एडमिशन के लिए योग्यता
12वीं कक्षा पीसीबी या पीसीएम से पास करने के बाद आप इस 4 वर्षीय डिग्री प्रोग्राम में दाखिला ले सकते हैं. बैचलर ऑफ फार्मेसी फुल टाइम डिग्री कोर्स है, जिसमें दवाइयों से संबंधित पढ़ाई होती है.


ऐसे मिलता है दाखिला
बैचलर ऑफ फार्मेसी कोर्स में एडमिशन के लिए BITSAT परीक्षा में शामिल होना पड़ता है. वहीं, अलग-अलग राज्य मेडिकल क्षेत्र में एडमिशन के लिए विभिन्न एंट्रेस एग्जाम का आयोजन करते हैं. अलग-अलग यूनिवर्सिटी भी कोर्स में दाखिले के लिए एंट्रेस एग्जाम आयोजित करती हैं. इसके अलावा बहुत से कॉलेज मेरिट या डायरेक्ट भी बी फार्मेसी कोर्स में एडमिशन देते हैं. 


कोर्स के बाद ऐसे बनाएं करियर
बी फार्मेसी करने के बाद आप दवाइयां बनाने वाली कंपनियों, रिसर्च एजेंसियों, हेल्थ सेंटर्स, टेक्निकल फार्मेसी आदि ऐसी बहुत सी जगहों पर नौकरी कर सकते हैं. वहीं, समय-समय पर मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए सरकारी वैकेंसी भी निकली हैं, जिनके लिए आप आवेदन कर सकते हैं.


खुद का बिजनेस
यह कोर्स करने के बाद आपके पास मेडिकल स्टोर और दवाई कंपनी खोलने का लाइसेंस भी होता है. ऐसे में अगर आप किसी की जॉब न करना चाहे तो अपना खुद का मेडिकल स्टोर या दवाई कंपनी खोल सकते हैं. 


अचछी होती है कमाई
आप किसी कंपनी में शुरुआत में 15 से 40 हजार रुपये महीने तक सैलरी पा सकते हैं. अनुभव के साथ कमाई भी बढ़ती जाती है. वही, सरकारी नौकरी में तो आपको शुरुआत में ही 20 से 40 हजार रुपये महीने के मिलेंगे.