National Technology Day India: हम अपने बच्चों को अच्छी एजुकेशन देने के लिए पूरी मेहनत करते हैं, इसमें बच्चे भी अपना 100 फीसदी देने की पूरी कोशिश करते हैं. लेकिन इस बीच कुछ ऐसी चीजें भी होती हैं जो कि जरूरी होती हैं. आज हम आपको मेडिकल, टेक्नोलॉजी और दूसरे क्षेत्रों में टेक्नोलॉजी की जरूरत और उसके रोल के बारे में बात करने जा रहे हैं. पढ़ाई और टेक्नोलॉजी जब एक साथ मिल जाते हैं तो फिर एजुकेशन की क्वालिटी और बढ़ जाती है. आज हम कुछ एक्सपर्ट्स की राय भी इसपर जान रहे हैं कि टेक्नोलॉजी हमारी जॉब और एजुकेशन में कैसे हेल्प कर रही है.


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FOSTIIMA B-School के चेयरमैन अनिल सोमानी कहते है, आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के डिवेलपमेंट ने कई क्षेत्रों में शानदार बदलाव किए हैं. सामान्य रूप से डिजिटलीकरण का हमारे  जीवन के कई क्षेत्रों पर, विशेष रूप से शिक्षा के क्षेत्र में अच्छ खासा प्रभाव पड़ा है. टेक्नोलॉजी पर पूरी तरह निर्भर होने के कारण युवा उम्मीद करते हैं कि उनकी शिक्षा जीवन भर ऐसे ही तकनीकी रूप से कुशल रहे. ChatGPT और Metaverse जैसे प्लेटफार्मों की शुरुआत ने अब एजुकेशन के लेवल को बढ़ा दिया है और साथ ही साथ पढाई को और ज्यादा इंटरैक्टिव और आकर्षक बना दिया है. इस बदलाव से पढ़ाई के नए अवसर पैदा हो रहे हैं.


स्पेशलिस्ट इन जॉइंट रिप्लेसमेंट, आर्थोस्कोपी एंड स्पोर्ट्स इंजरी एमिकेयर हॉस्पिटल डॉ. हिमांशु गुप्ता कहते है, भारत मेडिकल के लिए एक बेहतरीन डेस्टिनेशन के रूप में पॉपुलर हो रहा है, और टेक्नोलॉजी इस परिवर्तन के प्रमुख एलिमेंट्स में से एक हैं. लेटेस्ट टेक्नोलॉजी ने अलग अलग प्रकार की बीमारियों के लिए इलाज प्रक्रियाओं की सटीकता में सुधार किया है, जिससे ऑपरेशन एवं उपचार से होने वाले खतरे को कम किया जा सकता है. इससे ज्यादा लोगों तक इलाज पहुंच रहा है. इतना ही नहीं इस टेक्नोलॉजी से रोजगार के नए अवसर भी पैदा हो रहे हैं चाहे वह हॉस्पिटल में हों या फिर डिवाइस बनाने में.


Vesta Elder Care के फाउंडर राहुल मिश्रा के अनुसार डिजिटलीकरण तेजी से घरेलू स्वास्थ्य सेवा क्षेत्र को बदल रहा है, वहीं टेक्नोलॉजी के साथ ज्यादा प्रभावी तरीके से रोगी की देख रेख सक्षम हो रही है. इन दिनों घर नए अस्पताल में बदल रहे है, और टेक्नोलॉजी इस बदलाव को और ज्यादा आसान और सुविधाजनक बना रही है. मरीज अब घरेलू स्वास्थ्य देखभाल प्राप्त कर सकते हैं जो की पहले केवल अस्पताल या क्लिनिक तक ही सीमित थी. कुल मिलाकर हम कह सकते है की, डिजिटलीकरण स्वास्थ्य सेवा उद्योग को बदल रहा है और रोगियों को उनकी सुविधा के अनुसार अधिक सुलभ, अनुकूलित और कुशल देखभाल प्राप्त करने में सक्षम बना रहा है. इससे तरह तरह की नई नौकरियों के अवसर भी पैदा हो रहे हैं.