General Knowledge: आज आप भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर देखते हैं. लेकिन क्या आप यह जानते हैं कि आखिर महात्मा गांधी से पहले भारतीय नोटों पर किसकी तस्वीर छापी जाती थी? आप इस सवाल का जवाब हमारी इस खबर में जान सकते हैं.
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Indian Currency Facts: आज भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर दिखाई देती है, जो देश के स्वतंत्रता संग्राम के महानायक थे. लेकिन आपको जानकर हैरानी होगी कि भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर 1996 में पहली बार छापी गई थी. इससे पहले भारतीय करेंसी पर किसी और व्यक्ति की तस्वीर नहीं हुआ करती थी. हालांकि, अब सवाल आता है कि आखिर भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर से पहले क्या छपता था? आइए, इसका इतिहास जानते हैं.
भारतीय नोटों का इतिहास
भारतीय नोटों की छपाई का इतिहास 1861 से शुरू होता है, जब ब्रिटिश शासन के दौरान पहली बार कागजी मुद्रा जारी की गई थी. उस समय भारतीय नोटों पर ब्रिटिश सम्राटों की तस्वीरें हुआ करती थीं.
1. 1861 में पहला भारतीय नोट ब्रिटिश सरकार द्वारा जारी किया गया था, जिस पर क्वीन विक्टोरिया की तस्वीर थी.
2. उसके बाद, विभिन्न ब्रिटिश सम्राटों की तस्वीरें भारतीय नोटों पर छापी जाती थीं, जैसे:
- किंग जॉर्ज V
- किंग जॉर्ज VI
इन नोटों पर ब्रिटिश राज के प्रतीक और शाही मोनोग्राम भी नजर आते थे।
आजादी के बाद के नोट
जब भारत 1947 में स्वतंत्र हुआ, तब भारतीय रिजर्व बैंक ने अपनी करेंसी नोटों की छपाई की जिम्मेदारी संभाली. स्वतंत्रता के बाद शुरुआती भारतीय नोटों पर अशोक स्तंभ की तस्वीर छापी जाती थी, जो सारनाथ में स्थित अशोक की लायन कैपिटल का प्रतीक है. यह लायन कैपिटल आज भी भारत का राष्ट्रीय प्रतीक है.
1950 के दशक से लेकर 1996 तक भारतीय नोटों पर सिर्फ अशोक स्तंभ और भारतीय संस्कृति से जुड़े चित्र जैसे:
- बैलगाड़ी
- किसान
- डैम और कारखाने
- मंदिरों के चित्र छापे जाते थे.
महात्मा गांधी की तस्वीर कब और क्यों छपी?
1996 में भारतीय रिजर्व बैंक ने पहली बार नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर छापने का फैसला किया. इसके पीछे कारण था कि महात्मा गांधी भारत के स्वतंत्रता संग्राम के सबसे बड़े प्रतीक थे. उनके विचार और जीवन मूल्यों ने भारत के नागरिकों को प्रेरित किया. आज भारतीय नोटों पर महात्मा गांधी की तस्वीर का उपयोग भारतीय संस्कृति, स्वतंत्रता और शांति का प्रतीक बन गया है.