Student ATM Machine: भारत मे टेलेंट की कोई कमी नहीं है. आज हम आपको एक ऐसे लड़के की कहानी बता रहे हैं जिसने सिर्फ 10वीं क्लास में ऐसा कर डाला है कि उसे बडे़- बड़े इंजीनियर नहीं कर पाए हैं. दरअसल उसने एक ऐसी ATM मळीन  उससे एक रुपया भी निकाला जा सकता है. सबसे खास बात ये है कि इस स्टूडेंट ने घर में पड़े कबाड़ से नोट और सिक्के निकालने वाली एटीएम (ATM) मशीन बना दी.


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इस एटीएम मशीन से 1 रुपये, 2 रुपये और 10 रुपये के सिक्के निकाले जा सकते हैं. जिसके लिए इमसें अलग-अलग बॉक्स बने हुए हैं. बता दें कि एटीएम में सिक्के पहले से ही डाले जाते हैं. ये सभी सिक्के 1 रुपये, 2 रुपये और 10 रुपये वाले अलग-अलग बॉक्सों में अपने आप चले जाते हैं. इसके बाद इन्हें एटीएम से निकाला जाता है. 10वीं के छात्र भरत जोगल का बचपन से ही एटीएम मशीन बनाने का सपना था. भरत ने स्कूल प्रोजेक्ट में इससे पहले भी कई तरह की मशीनें बनाई हैं.


कबाड़ से बनाई है मशीन
सबसे खास बात तो ये है कि स्टूडेंट ने जो एटीएम बनाया है, उसे बनाने में उसने एक रुपया भी खर्च नहीं किया और पूरा का पूरा एटीएम घर में पड़े कबाड़ से बनाया है. यह बिलकुल ओरिजिनल एटीएम मशीन की तरह काम करती है. इसमें ओरिजिनल एटीएम मशीन की तरह ही कार्ड डाला जाता है और फिर पिन डालने के बाद पैसे निकाले जा सकते हैं. छात्र ने यह एटीएम मशीन भारत सरकार की स्कीम के तहत बनाया है. भरत ने जो ऑटोमैटिक एटीएम मशीन बनाई है, वह पूरी तरह से इलेक्ट्रॉनिक सिस्टम पर काम करती है.


बनाने में लगा इतना समय
भरत की बनाई मशीन का सिलेक्शन पहले स्टेट और अब नेशनल लेवल के लिए हुआ है. भरत कहता कि उसने घर में पड़े कबाड़ से यह मशीन तैयार की है. इसमें वायर, कागज, मोटर, रबड़, ढक्कन बेकार पड़े सामान को लेकर एटीएम मशीन बनाई है. इसको बनाने में 10 दिन का समय लगा.


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