Delhi University PhD Portal:  दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट अब पीएचडी थीसिस ऑनलाइन सबमिशन कर सकेंगे. दिल्ली विश्वविद्यालय में पीएचडी की थीसिस ऑनलाइन जमा करने के लिए एक विशेष सबमिशन पोर्टल बनाया है. पीएचडी थीसिस पूरी होने के बाद इन्हें ऑनलाइन सबमिट करने के लिए स्टूडेंट्स को पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन करना होगा, हालांकि थीसिस ऑनलाइन सबमिट करने के लिए स्टूडेंट्स को गाइड की मंजूरी की जरूरत होगी.


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दिल्ली यूनिवर्सिटी के कुलपति प्रोफेसर योगेश सिंह ने ऑनलाइन पीएचडी थीसिस सबमिशन पोर्टल लॉन्च किया है. विश्वविद्यालय के डीन एग्जामिनेशन प्रोफेसर डीएस रावत ने बताया कि ऑनलाइन सबमिशन पोर्टल में कई फीचर्स जोड़े गए हैं. पीएचडी स्टूडेंट्स के लिए बनाए गए इस पोर्टल में सबसे पहले तो पीएचडी थीसिस जमा करने के लिए तैयार होने पर स्टूडेंट्स को रजिस्ट्रेशन करना होगा. पर्यवेक्षक आवेदन जमा करने का अनुमोदन करता है तभी जाकर पोर्टल पर आगे बढ़ा जा सकेगा. परीक्षकों को डीआरसी, बीआरएस द्वारा अनुमोदित किया जाएगा और इसे ऑनलाइन परीक्षा ब्रांच में जमा किया जाएगा.


पीएचडी स्टूडेंट्स के लिए बनाए गए इस पोर्टल पर डॉक्यूमेंट्स के वेरिफिकेशन के बाद, छात्र थीसिस जमा करने की फीस का भुगतान कर सकते हैं और सभी डॉक्यूमेंट्स और थीसिस जमा कर सकते हैं. पर्यवेक्षक के पास डॉक्यूमेंट्स और थीसिस की मंजूरी जरूरी है. एचओडी की मंजूरी यानी विभागाध्यक्ष के अप्रूवल के बाद, परीक्षा शाखा डॉक्यूमेंट वेरिफाई करेगी और परीक्षकों की नियुक्ति के लिए लिस्ट के लिए कुलपति को भेज दिया जाएगा.


दिल्ली विश्वविद्यालय के इस ऑनलाइन पोर्टल पर एक बार परीक्षकों को मंजूरी मिलने के बाद, छात्रों को थीसिस सबमिशन सर्टिफिकेट मिलेगा ( इसमें फीस और पीएचडी थीसिस सबमिशन शामिल है). रिपोर्ट मिलने के बाद, विभाग पीएचडी वाइवा के लिए परीक्षकों और कुलपति नियुक्ति परीक्षक की टिप्पणी के आधार पर टेक्निकल या सामान्य रिपोर्ट तैयार करेगा है. इसके बाद फाइनल फेज में कुलपति के अप्रूवल के बाद पीएचडी रिजल्ट घोषित किया जाएगा और स्टूडेंट्स को प्रोविजनल सर्टिफिकेट मिलेगा. खास बात यह है कि इस पोर्टल पर छात्र, पर्यवेक्षक व विभागाध्यक्ष थीसिस इवैल्यूएशन का स्टेटस देख सकते हैं.


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