SDM Success Story: प्रवीण कुमार ने ऐसे की सेल्फ स्टडी और बन गए SDM, पढ़िए सफलता की पूरी कहानी
UPPSC Success story: प्रवीण का कहना है कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं है, मेहनत व लगन से किया गया प्रयास कभी निरर्थक नहीं होता. प्रवीण सिविल सेवा को ही लक्ष्य बनाकर निरंतर डटे रहे.
SDM Praveen Kumar: प्रवीण कुमार द्विवेदी (Praveen Kumar Dwivedi) फतेहपुर जिले के रहने वाले है. प्रवीण के पिता स्वर्गीय राजेश चंद्र द्विवेदी यूपी के सिंचाई विभाग में नलकूप ऑपरेटर के पद पर तैनात थे, लेकिन राजेश चंद्र की हार्टअटैक से मौत होने के बाद पूरा परिवार बिखर सा गया था. पिता के देहांत के बाद पूरा परिवार फतेहपुर से प्रयागराज आकर शिफ्ट हो गया था. तो वहीं, पिता की जगह प्रवीण के बड़े भाई सिंचाई विभाग में नौकरी करने लगे.
प्रवीण की मानें तो उनके पिता ने प्रवीण को बड़ा अफसर बनाने का जो सपना देखा था, उसको बेटे प्रवीण ने पूरा करके दिखाया है. सबसे खास बात यह है कि प्रवीण की पढ़ाई बिना कोचिंग के हुई है. हालांकि, वह अपने पिता के दर्द को आज भी नहीं भूल पा रहे हैं.
यूपीपीसीएस में 6 रैंक लाने पर प्रवीण कुमार ने कहा, उनकी इस सफलता का पूरा श्रेय उनके पिता को जाता है. पिता ने मेरी पढ़ाई के लिए बहुत संघर्ष किया था. उनका सपना था कि मैं अधिकारी बनूं, लेकिन दुर्भाग्य से 2018 में पिता की मौत हो गई थी. प्रवीण ने बताया कि इंटरमीडिएट की पढ़ाई फतेहपुर के सरस्वती विद्या मंदिर से की है. इसके बाद इलाहाबाद यूनिवर्सिटी से बीएससी की. वहीं पर यूपीपीसीएस की तैयारी शुरु कर दी. प्रवीण को चौथे प्रयास में सफलता मिली.
प्रवीण का कहना है कि सफलता का कोई शार्टकट नहीं है, मेहनत व लगन से किया गया प्रयास कभी निरर्थक नहीं होता. प्रवीण सिविल सेवा को ही लक्ष्य बनाकर निरंतर डटे रहे, जिसका रिजल्ट रहा कि वे अपने तीसरे प्रयास में इस परीक्षा पास करने में सफल रहे.
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