DSP Story: `मुझे बहुत कचोटती थी ये बात` डीएसपी मोनिका यादव ने अपनी फोटो शेयर कर क्यों लिखी ये चीज?
Monika Yadav UP Police: मोनिका यादव का जन्म 19 जनवरी 1991 को हुआ था. मोनिका का होम टाउन संभल है. स्कूलिंग से लेकर प्रोफेशनल करियर तक मोनिक हमेशा ब्राइट कैंडिडेट्स में शामिल रहीं हैं.
UP Police DSP: सबके कुछ न कुछ सपने होते हैं जो उन्होंने बचपन से देखे होते हैं या फिर बड़े होकर. आज हम आपको एक ऐसी ही पुलिस अफसर मोनिका यादव के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने एक सपना देखा था जोकि लड़कियों से जुड़ा हुआ था और कहीं न कहीं इसका उन्हें मलाल भी था.
यूपी पुलिस में कई ऐसे ऑफिसर्स हैं, जो अपने अलग वर्किंग स्टाइल को लेकर अक्सर सुर्खियों में रहते हैं, कोई पुलिस अधिकारी किसी केस को सुलझा कर तो कोई अपनी यूनिक स्टाइल की वजह से चर्चा का केन्द्र बने रहते हैं, इन्हीं अधिकारियों में से एक हैं, डीएसपी मोनिका यादव, आपको बता दें कि ये महिला डीएसपी अपने क्षेत्र के लोगों की शिकायतों को फटाफट निपटाने के लिए जानी जाती हैं.
इन युवा PPS ऑफिसर को सितंबर, 2017 में जन सुनवाई पोर्टल पर दर्ज होने वाली शिकायतों को निपटाने के मामले में पूरे प्रदेश में पहला स्थान मिला था. इस दौरान DSP ने एक महीने के अंदर 130 शिकायतों का निपटारा कर अन्य पुलिस ऑफिसर्स के लिए एक मिसाल पेश की थी. उन दिनों ये मीडिया की सुर्खियों में छाई रहीं.
मोनिका यादव का जन्म 19 जनवरी 1991 को हुआ था. मोनिका का होम टाउन संभल है. स्कूलिंग से लेकर प्रोफेशनल करियर तक मोनिक हमेशा ब्राइट कैंडिडेट्स में शामिल रहीं हैं. मोनिका यादव ने अपने इंस्टाग्राम पर एक फोटो शेयर की थी और साथ ही लिखा कि बचपन में जब कोई बोलता था लड़कियों का कोई अपना घर नही होता. तो ये बात मुझे बहुत कचोटती थी. मुझे लगता था मेरे घर के आगे मेरे नाम की ही नेम प्लेट होनी चाहिए. उन्होंने अपने आवास के नाम के आगे लगी नेम प्लेट के साथ फोटो शेयर की है.
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