How To Crorepati: बढ़ती उम्र की साथ लोगों में कुछ करने की ललक खत्म होने लगती है. रिटायरमेंट के बाद इंसान ये सोचता है कि अब तो वो बूढ़ा हो चुका है उसके कुछ करने की उम्र अब खत्म हो चुकी है, लेकिन ठीक इसके विपरीत राज कुमार पांडेय ने अपनी रिटायरमेंट के बाद बांस की खेती करने की शुरुआत की है. इसके पहले राज कुमार पांडेय आर्यावर्त बैंक में क्षेत्रीय प्रबंधक के पद पर थे. इन्होंने बांस की खेती कर के करोड़ों कमाए हैं.


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पानी की कमी बनी दिक्कत
आपको बता दें कि  राज कुमार पांडेय बुंदेलखंड के रहने वाले हैं. यहां पर पानी की कमी के चलते किसानों को काफी समस्याों का समाना करना पड़ता है. इन्हें भी इसी कारण से काफी परेशानी हुई. रिटायरमेंट के बाद इन्होंने बांस की खेती करना का फैसला किया, जिसके लिए इन्होंने मध्यप्रदेश से भीमा बांस ,कटिंगा, योलो वर्गरिक, टूडला प्रजाति की पौधे मंगाए थे.


1 करोड़ का हुआ मुनाफा
राज कुमार पांडेय ने 10 हेक्टेयर के लैंड में बांस की खेती के लिए 10 लाख रुपये लगाए, जिसकी कटाई चार साल बाद हुई और इन्हें 1 करोड़ रुपये का फायदा हुआ. आपको बता दें कि अगर बांस की फसल एक बार लगा दी जाए तो ये लगभग 40 साल तक मुनाफा देती है. मार्केट में बांस की खूब मांग होने के चलते बड़ी कंपनियां बांस की मुंहमांगी कीमत देने को तैयार रहती हैं.


पर्यावरण में हुआ सुधार
राज कुमार पांडेय बताते हैं कि बांस की खेती करने के बाद जलस्तर में खूब सुधार हुआ है. ये बातते हैं कि उनके खेत के आस-पास जो छोटे हैंड पंप बंद हो गए थे उनके पानी का लेवल में बहुत चेंजेज आए हैं. इसके साथ पर्यावरण की हवा भी शुद्ध हुई है. 


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