UPSSSC Forest Guard Jobs: सरकारी नौकरी हर युवा करना चाहते हैं. आज के समय में इसके लिए कड़ी मेहनत करना पड़ता है. आज हम उत्तर प्रदेश के युवाओं के लिए बहुत ही काम की जानकारी लेकर आए हैं.  अगर आप भी फॉरेस्ट गार्ड की नौकरी पाना चाहते हैं तो यहां इससे जुड़ी हर एक डिटेल दी जा रही हैं, जो आपको पता होनी चाहिए.  यूपी वनों और वन्यजीव अभ्यारण्यों का घर होने के कारण यहां फॉरेस्ट गार्ड  की भूमिका प्रतिष्ठित होने के साथ ही इको सिस्टम के लिए भी यह पद अहम होता है.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

उत्तर प्रदेश अधीनस्थ सेवा चयन आयोग समय-समय पर फॉरेस्ट गार्ड पदों पर भर्ती निकालता रहता है. इस जॉब में आपको समृद्ध जैव विविधता की रक्षा करने वाले प्रकृति संरक्षण के रूप में फर्स्ट लाइन ऑफ कंट्रोलर की जिम्मेदारियां  निभानी होती हैं. 


UPSSSC Forest Guard Salary: 
फॉरेस्ट गार्ड के पदों पर चयनित उम्मीदवारों को पे मैट्रिक्स लेवल 2 ग्रेड पे 1900 रुपये के तहत पे स्केल 5,200 रुपये से 20,200 रुपये के बीच दिया जाता है. 
फॉरेस्ट गार्ड पदों पर मूल वेतन 19,900 रुपये होता है. 
इसके अलावा उन्हें कई तरह के भत्ते भी शामिल दिए जाते हैं. 
फॉरेस्ट गार्ड का एचआरए पोस्टिंग क्षेत्र के दायरे पर निर्भर करता है. 
फॉरेस्ट गार्ड का वेतन एक्स श्रेणी के शहरों में ज्यादा होगा, जहां एचआरए का उच्च प्रतिशत भुगतान किया जाता है. 
वहीं, जेड श्रेणी के शहरों के लिए एचआरए कम होगा. 
साथ ही उन्हें राष्ट्रीय पेंशन योजना का लाभ मिलता, जिसमें उनकी बेसिक सैलरी का करीब 10 फीसदी हर महीने कटता है.


जरूरी क्वालीफिकेशन
आवेदन को किसी भी मान्यता प्राप्त बोर्ड या संस्थान से कक्षा 12वीं या इंटरमीडिएट पास होना चाहिए. यह योग्यता एक उम्मीदवार की कर्तव्यों और निर्देशों को कुशलतापूर्वक समझने और निष्पादित करने की क्षमता को भी दर्शाता है.


आयु सीमा  
फॉरेस्ट गार्ड पदों के लिए कैंडिडेट्स की एज लिमिट 18 साल से लेकर 40 साल तक होनी चाहिए. हालांकि, राज्य सरकार के नियमों के अनुसार अधिकतम आयु सीमा में छूट भी दी जाती है.


ऐसे मिलती है फॉरेस्ट गार्ड की जॉब
सबसे पहले युवाओं को UPSSSC की प्रारंभिक पात्रता परीक्षा (PET) देना होता है. इसके बाद कैंडिडेट्स को इसके स्कोर के आधार पर शॉर्टलिस्ट किया जाता है. फिर मुख्य परीक्षा में पास होने वाले कैंडिडेट्स को फिजिकल और मेडिकल टेस्ट से देना पड़ता है. इसके बाद सफल उम्मीदवारों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया जाता है, जिसके बाद फाइनल चयन किया जाता है.