IFS Apoorva Srivastava UPSC Batch: अपूर्वा श्रीवास्तव एक करियर डिप्लोमेट हैं, जो 2001 में भारतीय विदेश सेवा में शामिल हुईं. अपने 21 साल के राजनयिक करियर में, उन्होंने दो बार पेरिस में भारतीय दूतावास और काठमांडू में भारतीय दूतावास में अपनी सेवाएं दी हैं. मुख्यालय में उन्होंने अवर सचिव (सार्क), निदेशक (प्रशासन) और संयुक्त सचिव (विदेश मंत्री कार्यालय) के रूप में काम किया है. महावाणिज्य दूत अपूर्वा श्रीवास्तव ने लखनऊ विश्वविद्यालय से मनोविज्ञान में पोस्टग्रेजुएशन की पढ़ाई की है. वह हिंदी, अंग्रेजी और फ्रेंच बोलती हैं.


COMMERCIAL BREAK
SCROLL TO CONTINUE READING

2001 बैच की IFS अधिकारी अपूर्वा श्रीवास्तव को पिछले साल ही स्लोवाक गणराज्य में भारत के अगले राजदूत के रूप में नियुक्त किया गया था. तब से वह टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूतावास में महावाणिज्य दूत के रूप में काम कर रही हैं.


आपको बता दें कि कनाडा में खालिस्तान समर्थक नेताओं द्वारा जारी "किल इंडिया" टाइटल वाले एक पोस्टर में भारतीय उच्चायुक्त संजय कुमार वर्मा और टोरंटो में भारत के महावाणिज्य दूत अपूर्वा श्रीवास्तव पर खालिस्तानी नेता हरदीप सिंह निज्जर की हत्या का आरोप लगाया गया है, जिससे पंजाबियों में व्यापक आक्रोश फैल गया है. इस घटनाक्रम को लेकर भारत सरकार की ओर से अब तक कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया गया है.


पोस्टर, जिसमें भारतीय अधिकारियों पर आरोप लगाया गया है, 8 जुलाई को होने वाली "खालिस्तान फ्रीडम रैली" नामक रैली का निमंत्रण है. पोस्टर के मुताबिक, रैली ग्रेट पंजाब बिजनेस सेंटर माल्टन से शुरू होगी और टोरंटो में भारतीय दूतावास में खत्म होगी (हालांकि) टोरंटो में भारत का महावाणिज्य दूतावास है, भारतीय दूतावास नहीं). पोस्टर में कनाडा में दोनों भारतीय अधिकारियों की तस्वीरें भी हैं और उन्हें टोरंटो में निज्जर के हत्यारे के रूप में लेबल किया गया है.


पोस्टर में खालिस्तानी आंदोलन से जुड़े संगठन सिख फॉर जस्टिस का भी जिक्र है. खालिस्तान टाइगर फोर्स के पूर्व प्रमुख हरदीप सिंह निज्जर की 18 जून को ब्रिटिश कोलंबिया के सरे में एक गुरुद्वारे की पार्किंग में हत्या कर दी गई थी. सिख फॉर जस्टिस के प्रमुख गुरपतवंत पन्नू ने इसे 'हत्या' बताया था.