World Hindi Day 2023: विश्व हिंदी दिवस क्यों मनाया जाता है? कितना पुराना है इसका इतिहास, जानिए
Vishwa Hindi Diwas 2023: ऐसा माना जाता है कि, पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी, 1974 को नागपुर में आयोजित किया गया था और तब से इस तारीख को `विश्व हिंदी दिवस` मनाया जाता है.
World Hindi Diwas: यदि आप आज इंटरनेट पर हैं, तो आपने विश्व हिंदी दिवस या विश्व हिंदी दिवस को समर्पित पोस्ट अवश्य देखी होंगी. हालांकि, कई ऐसे हैं जो इसे हिंदी दिवस या हिंदी डे के रूप में भ्रमित कर रहे हैं जो 14 सितंबर को मनाया जाता है. चलिए यह भी जानते हैं कि दोनों कैसे अलग हैं.
World Hindi Day (विश्व हिंदी दिवस)
विश्व हिंदी दिवस (World Hindi Day) हर साल 10 जनवरी को मनाया जाता है. इसका उद्देश्य दुनिया भर में जागरूकता पैदा करना और हिंदी भाषा को बढ़ावा देना है. इस दिन, विदेशों में भारत के दूतावास सरकारी कार्यालयों में हिंदी में होने वाले प्रोग्राम और व्याख्यानों के साथ विशेष रूप से इस दिन को मनाते हैं.
History of Vishwa Hindi Diwas (हिंदी दिवस का इतिहास)
ऐसा माना जाता है कि, पहला विश्व हिंदी सम्मेलन 10 जनवरी, 1974 को नागपुर में आयोजित किया गया था और तब से इस तारीख को 'विश्व हिंदी दिवस' मनाया जाता है. साथ ही प्रथम विश्व हिंदी सम्मेलन का उद्घाटन तत्कालीन प्रधान मंत्री इंदिरा गांधी द्वारा साल 1975 में किया गया था, इसलिए यह एक महत्वपूर्ण दिन बन गया. पहला विश्व हिंदी दिवस 2006 में भारत के पूर्व प्रधान मंत्री मनमोहन सिंह द्वारा मनाया गया था. तब उन्होंने घोषणा की थी कि 10 जनवरी को हर साल विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाएगा.
हिंदी दिवस और हिंदी डे कैसे एक दूसरे से अलग हैं?
हिंदी दिवस या हिंदी डे हर साल 14 सितंबर को मनाया जाता है. साल 1949 में आज ही के दिन संविधान सभा ने निर्णय लिया था कि हिंदी केंद्र सरकार की राजभाषा होगी. भारत की आधिकारिक भाषा को भारतीय संविधान के अनुच्छेद 343 में देवनागरी लिपि में हिंदी के रूप में नामित किया गया है. ब्योहर राजेंद्र सिम्हा, हजारी प्रसाद द्विवेदी, काका कालेलकर, मैथिली शरण गुप्त और सेठ गोविंद दास जैसे दिग्गजों के कारण इसे हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाने लगा.
दुनिया भर के अनेकों विश्वविद्यालयों में हिन्दी पढ़ाई जाती है.
हिन्दी दुनियाभर में सबसे ज्यादा बोली जाने वाली पांच भाषाओं में से एक है.
हिन्दी को फिजी में आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया गया है.
अंग्रेजी भाषा भी हिन्दी के शब्दों को अपना रही है जैसे अवतार-Avtaar, योग-Yoga आदि.
देवनागरी लिपि में लिखी जाने वाली हिन्दी भाषा विश्व की सबसे सरलतम वैज्ञानिक भाषा है.
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