बिहार लोकसभा चुनाव में नीतीश कुमार - नरेंद्र मोदी की जुगलबंदी कैसे काम करेगी, ये कैंडिडेट लिस्ट से समझिए
BJP JDU Lok Sabha Candidates: हाल के वर्षों में बिहार की सियासत ने काफी उलटफेर देखा है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए भाजपा और जेडीयू एकसाथ चुनाव मैदान में हैं. कुछ महीने पहले जातीय जनगणना के आंकड़े जारी हुए थे. कैंडिडेट लिस्ट देखिए तो साफ है कि पार्टियों ने लोकसभा सीट के हिसाब से जातियों को साधने की कोशिश की है.
Bihar Lok Sabha Chunav Caste Equation: 2014 की मोदी लहर के बाद जाति के आधार पर वोट देने का चलन कम जरूर हुआ लेकिन बिहार में आज भी यह समीकरण हावी रहता है. पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और जेडीयू साथ थे और 40 में से 39 सीटों पर कब्जा जमाया था. बीच में नीतीश कुमार कुछ समय के लिए उस पार चले गए लेकिन चुनाव की घोषणा से काफी पहले ही एनडीए में लौट आए. अब उम्मीदवारों का ऐलान हो चुका है और एनडीए की कोशिश फिर से महागठबंधन (यानी INDIA अलायंस) का सूपड़ा साफ करने की है. भाजपा और जेडीयू के लोकसभा उम्मीदवारों की लिस्ट में वो रणनीति साफ देखी जा सकती है.
जाति का गणित समझिए
आगे बढ़ने से पहले जान लीजिए कि नीतीश सरकार ने जाति जनगणना कराई थी तो उसमें जातियों का क्या समीकरण निकला था. इसके तहत अति पिछड़ा वर्ग की आबादी 36 प्रतिशत, पिछड़े वर्ग की जनसंख्या 27 प्रतिशत, अनुसूचित जाति के लोग 19 प्रतिशत और एसटी 1.6 प्रतिशत हैं. इसके अलावा ब्राह्मण और ठाकुर समेत सवर्ण 15 प्रतिशत हैं. अब इस बात को ध्यान में रखते हुए भाजपा के 17 और जेडीयू के 16 उम्मीदवारों की लिस्ट देखिए तो साफ समझ में आता है कि पीएम नरेंद्र मोदी और बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने कैसे मिशन 2024 की रणनीति तैयार की है.
पहले भाजपा का समीकरण
- BJP ने बिहार में 17 उम्मीदवारों की जो लिस्ट जारी की है. उसमें 10 उम्मीदवार सवर्ण जाति के हैं. भाजपा ने 5 राजपूत, 2 ब्राह्मण, 2 भूमिहार और 1 कायस्थ को उतारा है. इकलौते कायस्थ पटना साहिब से रविशंकर प्रसाद हैं.
- इसके अलावा भाजपा की लिस्ट में 4 पिछड़े, 2 अतिपिछड़े और1 दलित कोटे से उम्मीदवार हैं.
पश्चिम चंपारण | संजय जायसवाल (वैश्य) |
पूर्वी चंपारण | राधा मोहन सिंह (राजपूत) |
अररिया | प्रदीप कुमार सिंह (अति पिछड़ा) |
औरंगाबाद | सुशील कुमार सिंह (राजपूत) |
मधुबनी | अशोक कुमार यादव |
दरभंगा | गोपाल जी ठाकुर (ब्राह्मण) |
मुजफ्फरपुर | राज भूषण निषाद (अति पिछड़ा) |
महाराजगंज | जनार्दन सिंह सिग्रिवाल (राजपूत) |
सारण | राजीव प्रताप रूडी (राजपूत) |
उजियारपुर | नित्यानंद राय |
बेगूसराय | गिरिराज सिंह (भूमिहार) |
नवादा | विवेक ठाकुर (भूमिहार) |
पटना साहिब | रविशंकर प्रसाद (कायस्थ) |
पाटलिपुत्र | रामकृपाल यादव |
आरा | राजकुमार सिंह (राजपूत) |
बक्सर | मिथिलेश तिवारी (ब्राह्मण) |
सासाराम | शिवेश राम (दलित) |
जेडीयू का समीकरण
- 16 सीटों पर जातीय समीकरण ध्यान में रखते हुए जेडीयू ने 6 पिछड़ा वर्ग, 5 अति पिछड़ा वर्ग, एक महादलित, एक मुस्लिम और तीन सवर्णों को लोकसभा का टिकट दिया है.
- मुस्लिम कैंडिडेट मुजाहिद आलम किशनगंज से प्रत्याशी बनाए गए हैं. सवर्णों में मुंगेर से ललन सिंह, सीतामढ़ी से देवेश चंद्र ठाकुर और शिवहर से लवली आनंद कैंडिडेट हैं.
भागलपुर | अजय कुमार मंडल |
वाल्मीकिनगर | सुनील कुमार |
शिवहर | लवली आनंद (सवर्ण) |
सीतामढ़ी | देवेश चंद्र ठाकुर (सवर्ण) |
झंझारपुर | रामप्रीत मंडल |
सुपौल | दिलेश्वर कामत |
किशनगंज | मुजाहिद आलम (मुस्लिम) |
कटिहार | दुलाल चंद्र गोस्वामी |
मधेपुरा | दिनेश चंद्र यादव |
गोपालगंज | आलोक कुमार सुमन (महादलित) |
सिवान | विजयालक्ष्मी देवी |
बांका | गिरिधारी यादव |
मुंगेर | ललन सिंह (सवर्ण) |
नालंदा | कौशलेंद्र कुमार |
जहानाबाद | चंद्रेश्वर प्रसाद |
पूर्णिया | संतोष कुशवाहा |
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