Bikaner Lok Sabha Chunav Result 2024: लोकसभा चुनाव 2024 की रणभेरी बज चुकी है. तमाम राजनीतिक पार्टियों ने अपने योद्धाओं को मैदान में उतारना शुरू कर दिया है. ऐसे में राजस्थान की 25 लोकसभा सीटों पर भी जंग दिलचस्प हो गई है. इन्हीं लोकसभा सीटों में से एक है बीकानेर लोकसभा सीट, जो अनुसूचित जाति (SC) के लिए आरक्षित है. बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में पूरा बीकानेर जिला और श्रीगंगानगर जिले का कुछ हिस्सा आता है. इस लोकसभा क्षेत्र में साक्षरता दर 54.92 फीसदी है. इस सीट पर अनुसूचित जाति के वोटर्स का दबदबा है.


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बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में 8 विधानसभाएं आती हैं. जो हैं- अनूपगढ़ (एससी), खाजूवाला (एससी), बीकानेर वेस्ट, बीकानेर ईस्ट, कोलायत, लूणकरणसर, डूंगरगढ़ और नोखा. साल 2009 से लेकर अब तक इस सीट से बीजेपी के नेता और केंद्रीय मंत्री अर्जुन राम मेघवाल सांसद रहे हैं. इस बार भी बीजेपी ने अर्जुन राम मेघवाल को मैदान में उतारा है. जबकि कांग्रेस की ओर से गोविंद राम मेघवाल खड़े हुए हैं. 


बीकानेर लोकसभा चुनाव रिजल्ट


सीट के क्या हैं समीकरण?


बीकानेर के समीकरणों को देखें तो इस सीट पर करीब 23.7 फीसदी आबादी अनुसूचित जाति की है. इसके बाद मुस्लिम 6.6 प्रतिशत हैं. सिखों की तादाद 3.77 फीसदी और अनुसूचित जनजाति की आबादी 0.4 प्रतिशत. 


साल 2011 की जनगणना के मुताबिक बीकानेर सीट पर करीब 434,929 अनुसूचित जाति के मतदाता हैं. जबकि अनुसूचित जनजाति के 7341. मुस्लिम वोटर्स की तादाद 121,838 है. बीकानेर लोकसभा सीट पर मुस्लिम वोटर्स की संख्या 12,49,733 है यानी 68.1 फीसदी. जबकि शहरी आबादी 585,411 है यानी 31.9 फीसदी. साल 2019 के लोकसभा चुनाव में इस क्षेत्र में 1835144 मतदाता थे और 59.2 फीसदी वोट पड़े थे. 


सीट से कब कौन जीता?


  • आजादी के बाद पहली बार चुनाव 1952 में हुआ.

  • इस सीट पर 1952 से लेकर 1971 तक निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर महाराजा करणी सिंह जीतते रहे.

  • 1977 में जनता पार्टी के हरि राम मक्कासर गोदारा ने चुनाव जीता.

  • 1980 और 1984 के चुनाव में कांग्रेस के महफूल सिंह चौधरी को विजय मिली.

  • 1989 में कम्युनिस्ट पार्टी ऑफ इंडिया (मार्क्सवादी) के सोपट सिंह मक्कासर को जीत मिली.

  • 1991 में कांग्रेस के महफूल सिंह चौधरी, 1996 में महेंद्र सिंह भट्टी, 1998 और 1999 में कांग्रेस के बलराम जाखड़ और रामेश्वर लाल डूडी को जीत मिली.

  • साल 2004 में बॉलीवुड एक्टर धर्मेंद्र यहां से बीजेपी के टिकट पर जीते.

  • इसके बाद साल 2009, 2014 और 2019 के लोकसभा चुनाव में अर्जुन राम मेघवाल को जीत मिली. 


कब किसे कितने वोट मिले?


  • साल 2004 के चुनाव की बात करें तो इस सीट से बीजेपी के टिकट पर धर्मेंद्र सिंह देओल खड़े हुए और 5,17,802 वोट हासिल किए. कांग्रेस के रामेश्वर लाल डूडी को 4,60,627 वोटों से ही संतोष करना पड़ा. 

  • साल 2009 के चुनाव में बीजेपी के अर्जुन राम मेघवाल को कड़ी टक्कर में कांग्रेस प्रत्याशी रेवत राम पंवार के सामने जीत मिली. अर्जुन राम मेघवाल को 2,44,537 वोट और रेवत राम को 2,24,962 वोट मिले.

  • 2014 में पूरे देश में मोदी लहर चली और अर्जुन राम मेघवाल को 5,84,932 वोट मिले और कांग्रेस के शंकर पन्नू को 2,76,853 वोट.

  • 2019 के चुनाव में लहर और प्रचंड हो गई. मेघवाल फिर जीते और इस बार मिले 6,57,743 वोट. जबकि कांग्रेस के मदन गोपाल मेघवाल महज 3,93,662 वोट ही हासिल कर पाए.