Lok Sabha Chunav: लोकसभा चुनाव में अब दो चरण का चुनाव बाकी रह गया है. न्यूज चैनल के स्टूडियो से लेकर नेता भी अब रिजल्ट मोड में आने वाले हैं. उससे पहले एग्जिट पोल जनता का मूड बताएगा और 4 जून को रिजल्ट आएंगे. इससे पहले, भाजपा के 400 पार के दावे के सामने जादुई नंबर 272 की बातें कम हो रही हैं. एक इंटरव्यू में जब विदेश मंत्री एस. जयशंकर से पूछा गया कि अगर आपको शर्त लगाना हो तो आप किस नंबर पर दांव लगाएंगे. यानी भाजपा को चुनाव में कितनी सीटें मिलने जा रही हैं? जयशंकर ने कहा कि नंबर तो मैं सर्वे एजेंसियों पर छोड़ता हूं. इतना जरूर है कि इस चुनाव में जिस तरह से मैं पब्लिक के बीच जाता रहा, यह साफ है कि भाजपा का सपोर्ट बेस बहुत सॉलिड है. 


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सत्ता के सपोर्ट वाली लहर...


हां, जयशंकर ने कहा कि जब प्रो-इनकंबेंसी (सत्ता के समर्थन में लहर) होती है तो पोलिंग बूथ पर आने से पहले मतदाता अपनी भावनाएं प्रकट करते हैं. वह उत्साह में या आक्रोश में व्यक्त हो सकता है. मैंने महसूस किया कि कई राज्यों में प्रो-इनकंबेंसी है. केरल मैं पिछले साल काफी गया. तेलंगाना भी जाता रहा हूं. ये भाजपा के पारंपिरक स्टेट्स नहीं हैं. वहां मैंने असल में एक उभरती हुई ऊर्जा महसूस की. मैं इतना जरूर कह सकता हूं कि हमारे पक्ष में ट्रेंड पॉजिटिव है. अपने अनुभव के आधार पर मैं कहता हूं जो पिछला हमारा वोट प्रतिशत 37% प्लस था, उससे हमारा वोट प्रतिशत 5 प्रतिशत और बढ़ सकता है. 


साउथ में क्या होगा?


भाजपा केरल, ओडिशा से लेकर बंगाल में सीटें बढ़ने का दावा किस आधार पर कर रही है? जयशंकर ने जवाब दिया कि भाजपा बहुत प्रोफेशनल और सीरियस राजनीतिक पार्टी है. वह तुक्का या अनुमान नहीं लगाती है. सीट बाई सीट, ब्लॉक बाई ब्लॉक, आखिर में बूथ बाई बूथ एनालिसिस होती है. जब कोई कहता है कि इस स्टेट में इतनी सीटें मिलेंगी तो ये सोच-समझकर बताया जाता है.


मोदी जी, ऐसे ही...


उन्होंने कहा कि 370 को नारा कहा जा रहा है. मेरा मानना है कि मोदी जी ने ऐसे ही नंबर नहीं दिए हैं. कहीं सोचा होगा और जो मुझे लगता है आजकल दिखाई देता है कि जहां सीटें अच्छी थीं वहां हम बरकरार रख पाएंगे और बंगाल, ओडिशा, तेलंगाना, तमिलनाडु, केरल में हमारी सीटें बढ़ेंगी. 


25 मई और 1 जून को आखिरी के दो चरणों के मतदान के बाद काउंटिंग 4 जून को होगी.