Electoral Roll : कोई पार्टी ये न कहे कि आपने खुद इलेक्टोरल रोल बना लिया... CEC राजीव कुमार को क्यों देनी पड़ी सफाई
Lok Sabha Election 2024 News: लोकसभा चुनाव 2024 की तारीखों का एलान करने से पहले देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने बताया कि इस बार देश में करीब 97 करोड़ वोटर्स हैं. उन्होंने कहा कि आयोग ने दो साल तक चुनावों की तैयारी की है. इलेक्टोरल रोल को लेकर इंतजामों का हवाला देते हुए उन्होंने कहा कि पॉलिटिकल पार्टी शायद इसको लेकर अब निशाना न साधे.
CEC On Electoral Roll: देश के मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने शनिवार को 18वीं लोकसभा के लिए आम चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले इलेक्टोरल रोल को लेकर विस्तार से जानकारी दी. उन्होंने कहा कि चुनाव का पर्व देश का गर्व है. लोकसभा चुनाव 2024 के लिए करीब 97 करोड़ वोटर्स हैं. देश में होने वाले आम चुनाव पर दुनिया भर की नजर लगी हुई है. कोई पार्टी ये न कहे कि आपने खुद इलेक्टोरल रोल बना लिया.
सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव कराना बहुत बड़ी चुनौती, विशाल इलेक्टोरल रोल
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने कहा कि दुनिया के सबसे बड़े लोकतंत्र में चुनाव कराना हमारे लिए भी बड़ी चुनौती है. देश में 1.82 करोड़ युवा पहली बार वोटर बने हैं. उन्होंने बताया, "देश में इस समय कुल 96.8 करोड़ वोटर्स हैं, जिनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं. इनमें से 1.82 करोड़ पहली बार वोटर्स इन चुनावों में अपने मताधिकार का इस्तेमाल करेंगे. इसके लिए 20-29 साल की आयु के बीच 19.47 करोड़ वोटर्स हैं."
17 आम चुनाव और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करवा चुका है चुनाव आयोग
विज्ञान भवन में नवनियुक्त चुनाव आयुक्त ज्ञानेश कुमार और सुखबीर सिंह संधू के साथ मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार ने लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी और तारीखों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. सीईसी राजीव कुमार ने कहा कि 17वीं लोकसभा का कार्यकाल 16 जून 2024 को खत्म हो रहा है. 97 करोड़ रजिस्टर्ड वोटर्स के लिए 10.5 लाख पोलिंग स्टेशन हैं. 55 लाख से ज्यादा ईवीएम हैं. सीईसी ने कहा कि चुनाव आयोग अब तक 17 आम चुनाव और 400 से ज्यादा विधानसभा चुनाव करवा चुका है. 16 राष्ट्रपति चुनाव और 16 उपराष्ट्रपति चुनाव भी चुनाव आयोग ने करवाए हैं.
इलेक्टोरल रोल पर सभी राजनीतिक पार्टियों को शिकायतें दूर करने का पूरा मौका
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि लोकसभा चुनाव के लिए आयोग ने दो साल तक तैयारी की है. इलेक्टोरल रोल के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन तमाम तरह की सुविधाएं मुहैया कराने की पूरी कोशिश की. सभी राजनीतिक पार्टियों को नाम जोड़ने, सुधार करवाने और शिकायतों को दूर करवाने के लिए पूरा समय दिया गया है. इसलिए अब उन्हें कोई पार्टी ये न कहे कि आपने खुद इलेक्टोरल रोल बना लिया.
सीईसी राजीव कुमार ने इसके साथ ही कहा कि राजनीतिक दलों पर नजर रखने के लिए चुनाव आयोग पूरी तरह से तैयार है. 537 रजिस्टर्ड पॉलिटिकल पार्टी पर हमने काम किया है. इनमें से 284 को लिस्ट से बाहर निकाला है और 253 को इनएक्टिव किया है. ये पॉलिटिकल पार्टी अलग-अलग तरह की सुविधाएं लेते हुए भी देश का माहौल को खराब कर रहे थे.
देश का भविष्य तय करने के लिए 100 साल से ज्यादा के 2 लाख 18 हजार मतदाता
राजीव कुमार ने कहा कि देश में 29 साल तक के साढ़े 21 करोड़ वोटर युवा हैं. ये सभी लोग अपना और देश का भविष्य तय करने के लिए वोट करेंगे. इस देश में कुल मतदाता 96.8 करोड़ हैं. इनमें से 49.7 करोड़ पुरुष और 47 करोड़ महिलाएं हैं. उन्होंने कहा कि देश में 48 हजार ट्रांसजेंडर वोटर हैं. 85 साल से ज्यादा उम्र के 82 लाख लोग और 100 साल से ज्यादा उम्र के 2 लाख 18 हजार मतदाता हैं.
इलेक्टोरल रोल में बढ़ता लिंगानुपात महिलाओं के अपने मताधिकार का जश्न
मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा कि इलेक्टोरल रोल में बढ़ता लिंगानुपात महिलाओं के अपने मताधिकार का जश्न मनाने का शानदार सबूत है. चुनाव आयोग की लगातार कोशिशों ने महिलाओं को इस चुनाव प्रक्रिया में आगे ला दिया है. उन्होंने कहा कि 12 राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में मतदाताओं का लिंग अनुपात 1000 से अधिक है. इस बार आम चुनाव में 85 लाख से अधिक महिला मतदाता पहली बार भाग लेंगी.
वन नेशन वन इलेक्शन कमेटी की सिफारिशों में सिंगल इलेक्टोरल रोल का जिक्र
इससे पहले पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता वाली हाई पावर कमेटी ने पहले कदम के तहत लोकसभा और राज्यों की विधानसभाओं के लिए एक साथ चुनाव कराने और इसके बाद 100 दिनों के भीतर एक साथ स्थानीय निकाय चुनाव कराने की सिफारिश की थी. राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू को सौंपी गई 18 हजार से ज्यादा पेज की रिपोर्ट में इलेक्टोरल रोल को लेकर सिफारिश की गई है कि भारत निर्वाचन आयोग राज्य चुनाव अधिकारियों की सलाह से एकल मतदाता सूची और मतदाता पहचान पत्र तैयार करे.