Lok Sabha Chunav 2024: अमेठी और रायबरेली पर कांग्रेस की चुप्पी कायम, नई सूची में भी इन दोनों सीटों का नाम नहीं
Congress Candidate List: कांग्रेस की रविवार को जारी हुई उम्मीदवारों की सूची में भी अमेठी और रायबरेली को जगह नहीं मिल सकी. इससे इन दोनों सीटों पर उम्मीदवारों की बाट जोह रहे कार्यकर्ताओं को फिर निराशा हुई.
Congress Lok Sabha Chunav Candidate List: गांधी- नेहरू परिवार की परंपरागत सीटों अमेठी और रायबरेली पर कांग्रेस की रहस्यमय चुप्पी कायम है. पार्टी ने रविवार को पार्टी प्रत्याशियों की नई सूची जारी की लेकिन इस सूची में भी इन दोनों सीटों पर उम्मीदवारों के नामों का ऐलान नहीं किया गया. कांग्रेस की इस लिस्ट में लोकसभा के 2 और ओडिशा में असेंबली की 8 सीटों पर उम्मीदवारों की घोषणा की गई.
ओडिशा की दो सीटों पर उम्मीदवारों का ऐलान
पार्टी के संगठन महासचिव के. सी. वेणुगोपाल के हस्ताक्षर से जारी लिस्ट में ओडिशा की संबलपुल लोकसभा सीट से नागेंद्र प्रधान और कटक सीट से सुरेश मोहपात्रा को टिकट दिया गया. जबकि ओडिशा असेंबली के लिए भी 8 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया गया. जो लोग अमेठी और रायबरेली सीट से प्रत्याशी उतरने की उम्मीद कर रहे थे, उन्हें इस बार भी निराशा झेलनी पड़ी.
गांधी परिवार का मजबूत गढ़ है रायबरेली
बताते चलें कि रायबरेली सीट पर सोनिया गांधी मौजूदा सांसद हैं. इस सीट पर गांधी परिवार की पकड़ कितनी मजबूत है, इसका पता इसी से चलता है कि देश में पीएम मोदी की लहर चलने के बावजूद बीजेपी यहां से सोनिया गांधी को नहीं हरा पाई है. हालांकि अब सोनिया गांधी खुद ही इस सीट को छोड़कर राज्यसभा में पहुंच गई हैं. ऐसे में इस सीट पर उनका वारिस कौन होगा, इसे लेकर अनेक सवाल बने हुए हैं.
कांग्रेस के हाथ से छिटक गई थी अमेठी
इसी प्रकार अमेठी भी गांधी परिवार का मजबूत गढ़ रही है. वहां पर 2014 तक कांग्रेस लगातार जीतती रही. हालांकि 2019 में यह क्रम टूट गया और बीजेपी उम्मीदवार स्मृति ईरानी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी को बड़े अंतर से हरा दिया. इस करारी हार के बावजूद राहुल गांधी सांसद बनने में कामयाब रहे, क्योंकि वे दो जगहों से चुनाव लड़े थे और वायनाड से जीत हासिल करने में कामयाब रहे.
क्या प्रियंका- राहुल पर दांव लगाएगी कांग्रेस?
अबकी बार चर्चा चल रही है कि रायबरेली सीट से कांग्रेस प्रियंका गांधी को मैदान में उतार सकती है. वहीं अमेठी से फिर राहुल गांधी के उतरने के भी कयास लग रहे हैं. हालांकि इन चर्चाओं की अभी तक कांग्रेस के किसी भी जिम्मेदार नेता ने पुष्टि नहीं की है. ऐसे में सबकी निगाहें अब कांग्रेस की ओर से इन सीटों पर घोषित होने वाले उम्मीदवार पर लगी है. हालांकि रविवार को भी पार्टी समर्थकों की यह उम्मीद पूरी नहीं हो पाई.