गीता कोड़ा, मधु कोड़ा की पत्नी हैं. 2005 के पहले तक मधु कोड़ा बीजेपी में थे. मधु कोड़ा पहली बार बीजेपी के टिकट पर ही चुनाव जीते थे. बाद में बीजेपी से टिकट नहीं मिलने पर 2005 में जगरनाथपुर विधानसभा सीट से निर्दलीय चुनाव जीते और करीब 20 महीने तक निर्दलीय विधायक के रूप में मधु कोड़ा कांग्रेस-जेएमएम के समर्थन से सीएम रहे. बाद में गीता कोड़ा जगरनाथपुर से कांग्रेस विधायक बनीं.  


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कांग्रेस से बीजेपी में वापसी
गीता अनुसूचित जनजाति से ताल्लुक रखती हैं. गीता कोड़ा झारखंड की सियासत में एक बड़ा नाम हैं. वह राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की पत्नी हैं. सिंहभूम संसदीय सीट से लोकसभा सांसद चुनी गईं गीता कोड़ा 2019 में झारखंड से जीत हासिल करने वाली कांग्रेस की एकमात्र नेता थीं, लेकिन वो फरवरी में पार्टी छोड़कर बीजेपी में शामिल हो गईं. बीजेपी में एंट्री के हफ्ते भर बाद उनकी नई पार्टी ने सिंहभूम से अपना उम्मीदवार बना दिया. 

पति के जेल जाने के बाद राजनीति में कदम
मधु कोड़ा की पत्नी गीता कोड़ा का जन्म 26 सितंबर 1983 में मेघहातु बुरु नाम के जिले में हुआ था. उन्होंने इंटरमीडिएट तक की पढ़ाई की है. मधु कोड़ा से शादी करने के बाद वो काफी समय तक एक गृहणी बनकर ही रहीं. 2009 में जब मधु कोड़ा को भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाना पड़ा तब गीता कोड़ा ने राजनीति में कदम रखा. इस सीट से उनके पति मधु कोड़ा दो बार पहले भी जीत हासिल कर चुके थे.


गीता कोड़ा ने अपना नामांकन किया दाखिल
भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) की प्रत्याशी गीता कोड़ा की पिछले पांच साल में चल संपत्ति एक करोड़ 17 लाख 93 हजार 963 रुपये बढ़ गई है, जबकि उनके पति और झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री मधु कोड़ा की चल संपत्ति करीब 27 लाख 82 हजार 424 रुपये बढ़ी है.  उन्होंने सिंहभूम लोकसभा सीट से नामांकन दाखिल किया.