Madhavi Latha vs Asaduddin Owaisi: कहते हैं कि हैदराबाद असदुद्दीन ओवैसी का गढ़ है. हालांकि इस बार के लोकसभा चुनाव में भाजपा ने 'बुलडोजर' कैंडिडेट उतारा है. जी हां, यह हम नहीं कह रहे हैं. हैदराबाद से भाजपा उम्मीदवार और हिंदुत्व का बड़ा चेहरा बन चुकीं माधवी लता खुद कह रही हैं. एएनआई को दिए इंटरव्यू में जब माधवी से पूछा गया कि क्या आप ओवैसी साहब से कभी मिली हैं तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया, 'नहीं, लेकिन मेरे हिसाब से ओवैसी जी संसद से निकल रहे होंगे और हम संसद में जाते हुए एक दूसरे को आदाब कहेंगे और नमस्कार भी कर लेंगे.'


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अक्सर ओवैसी को भाजपा की बी-टीम कहा जाता है. इसके खिलाफ भाजपा कैंडिडेट ने कहा कि यही बात मैं पूरे देश के लोगों से कहना चाहती हूं. अगर उन्होंने (भाजपा) मुझे तैनात किया है तो मैं तो बुलडोजर हूं. वे किसी को बी-टीम नहीं कह सकते. मेरे विचार बेहद मजबूत है कि मैं समझौता नहीं करूंगी. उन्होंने कहा कि मैं इमोशनल हूं और मुझे लगता है कि नेताओं को होना चाहिए. 



'ओवैसी 1 लाख वोट से हारेंगे'


पिछली बार ओवैसी करीब 3 लाख वोटों से जीते थे. यह कहते ही लता ने कहा कि इस बार 1 लाख से हार जाएंगे. मैं खुश हूं लेकिन वह डरे हुए हैं. उन्होंने कहा कि मैंने 4-5 हजार मुस्लिम महिलाओं के साथ काम किया है. वे गरीबी और डर में जी रही हैं. उन्होंने कहा कि आप 10 बच्चों को जन्म दे दो लेकिन क्या फायदा उन बच्चों का, जिनको आपको पढ़ाई नहीं दे पा रहे, ठीक तरह से आप खाना और सेहत नहीं दे पा रहे हो. बच्चे जाकर मैकेनिकल शॉप पर काम कर रहे हैं.


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कौन हैं माधवी लता


- माधवी लता एक कल्चरल एक्टिविस्ट हैं जिन्होंने पॉलिटकल साइंस में मास्टर्स किया है.


- उन्होंने तीन तलाक के खिलाफ जमकर अभियान चलाया था. वह कई मुस्लिम महिला संगठनों के साथ मिलकर यह काम कर रही थीं.


- 49 साल की लता इस समय Virinchi Hospitals की चेयरपर्सन हैं. वह पेशेवर भरतनाट्यम डांसर हैं और एनसीसी कैडेट भी हैं. 


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