Patnam Suneetha Mahender Reddy Social Score: तीन महीने पहले तक केसीआर की भारत राष्‍ट्र समिति (BRS) में रहीं सुनीता महेंदर रेड्डी मैदान कांग्रेस में शामिल हुई थीं. लोकसभा चुनाव 2024 में कांग्रेस ने सुनीता पर भरोसा जताते हुए चेवल्‍ला सीट से टिकट दे दिया. फिर कुछ दिनों बाद उनकी सीट बदल दी गई और उन्हें बगल की मल्काजगिरी सीट से प्रत्याशी घोषित कर दिया गया. तेलंगाना की सभी 17 लोकसभा सीटों पर चौथे चरण में वोटिंग हो चुकी है. 


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इस बीच 'ज़ी न्यूज' की ओर से चुनावी मैदान में उतरे राजनेताओं का लीडर सोशल स्कोर (LSS) निर्धारित किया गया है. आइए, सोशल मीडिया के विभिन्न प्लेटफॉर्म्स पर एक्टिविटी और असर के आधार पर जानते हैं कि कांग्रेस उम्मीदवार सुनीता महेंदर रेड्डी इस पैमाने पर कितनी खरी उतरती हैं. 


कौन हैं पटनम सुनीता महेंदर रेड्डी?


माइक्रो ब्लॉगिंग साइट एक्स (पहले ट्विटर) पर सुनीता का पूरा नाम पटनम सुनीता महेंदर रेड्डी लिखा हुआ है. तेलंगाना की राजनीति में लंबे समय से हैं. फिलहाल विकाराबाद जिला परिषद की चेयरपर्सन के तौर पर कार्यरत हैं. पहले वह तेलंगाना के पूर्व मुख्‍यमंत्री केसीआर की पार्टी तेलंगाना राष्‍ट्र समिति (TRS) में थीं, जो बाद में भारत राष्‍ट्र समिति (BRS) हो गई. उन्‍होंने टीआरएस से ही जिला प्रजा परिषद चुनाव में जीत हासिल की थीं. फिर वह इसकी चेयरपर्सन चुनी गईं. उनकी एक और पहचान उनके पति पटनम महेंदर रेड्डी से है, जो केसीआर की पार्टी बीआरएस से ही एमएलसी हैं. 


कैसा रहा है सुनीता का राजनीतिक सफर? 


सुनीता ने अपने पति पटनम महेंदर रेड्डी के नक्शेकदम पर चलते हुए 2006 के स्थानीय निकाय चुनावों में तेलुगु देशम पार्टी से राजनीतिक करयिर की शुरुआत की थी. बंटवाराम जिला परिषद क्षेत्र से चुनाव लड़ कर वो जिला परिषद सदस्‍य बनीं और फिर जिला प्रजा परिषद की चेयरपर्सन चुनी गईं. फिर उन्हें 2014 में तेलंगाना राष्ट्र समिति से यालाला जिला परिषद क्षेत्र के प्रतिनिध‍ि के रूप में दूसरे कार्यकाल के लिए चुना गया और एक बार फिर वो अध्‍यक्ष बनीं.


2019 के स्थानीय निकाय चुनावों में वो तेलंगाना राष्ट्र समिति के उम्मीदवार के रूप में कोटपल्ली ZPTC से खड़ी हुईं और एक बार फिर जीत हासिल की. 8 जून 2019 को नवगठित विकाराबाद जिला प्रजा परिषद के अध्यक्ष के रूप में वे चुनी गईं और इसी पद पर सेवा दे रही हैं. 


BRS छोड़कर कांग्रेस में आईं और मिल गया टिकट


इसी साल 16 फरवरी को AICC प्रभारी दीपदास मुंशी की मौजूदगी में सुनीता महेंदर रेड्डी कांग्रेस में शामिल हुईं. उनके साथ मेयर बोंतु राममोहन और कंचरला चंद्रशेखर रेड्डी भी कांग्रेस में शामिल हुए. इससे पहले सुनीता ने कुछ बीआरएस नेताओं के व्‍यवहार और अभद्रता से नाराजगी जताई थी. विधायक डॉ मेटुकु आनंद के मध्‍यस्‍थता करने के बावजूद उनकी नाराजगी दूर नहीं हुई और बाद में उन्‍होंने पार्टी से इस्तीफा दे दिया था. 


मुख्‍यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात के बाद कांग्रेस में शामिल


तेलंगाना विधानसभा चुनाव से पहले ही पटनम महेंदर रेड्डी के पार्टी बदलने की अफवाह थी. लेकिन चुनाव से पहले केसीआर ने उन्हें मंत्री पद दे दिया तो वे पीछे हट गए थे. बाद में उन्‍होंने कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया. उनके कांग्रेस ज्‍वाइन करने की बात तभी पक्‍की हो गई थी, जब रेड्डी दंपती ने मुख्‍यमंत्री रेवंत रेड्डी से मुलाकात की. दोनों के कांग्रेस ज्‍वाइन करने के बाद ही ये तय हो गया था कि लोकसभा चुनाव में कांग्रेस की ओर से सुनीता महेंदर रेड्डी को टिकट दिया जाएगा.


डिस्क्लेमर: लीडर्स सोशल स्कोर (LSS) मशीन लर्निंग पर आधारित है. फेसबुक, इंस्टाग्राम, एक्स और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से जुड़े 55 से ज्यादा पैरामीटर्स के आधार पर इसे निकाला गया है.